‘जिस्मफरोशी के लिए सप्लाई की जाती थीं नॉर्थ ईस्ट की लड़कियाँ’: भारतीय नागरिकता के जुगाड़ में था चीनी ‘जासूस’, हवाला कारोबार के लिए बनाई 8 फर्जी कंपनियाँ

भारतीय नागरिकता के जुगाड़ में था चीनी 'जासूस', हवाला कारोबार के लिए बनाई 8 फर्जी कंपनियाँ (तस्वीर-पत्रिका)

उत्तर प्रदेश के नोएडा में रहने वाले दो चीनी नागरिकों की नेपाल सीमा से गिरफ्तारी के बाद लगातार कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। अभी तक की पुलिस की जाँच में सामने आया है कि चीनी नागरिक सु फाई व उसकी गर्लफ्रेंड ने 8 फर्जी कम्पनियाँ खोली हुई थी। प्रत्येक कंपनी में 3 पार्टनर थे। यहाँ तक कि चीनी नागरिकों का नेटवर्क कई शहरों में फैले होने की बात भी सामने आई है। वहीं चीनी नागरिकों के फर्जी कंपनियों से हवाला के जरिए रुपए वाइट किए जा रहे थे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूरे मामले में पुलिस ने करीब 40 करोड़ के कैंसल चेक भी बरामद किए हैं। अनुमान है कि हवाला कारोबार के जरिए अरबों रुपए का लेनदेन हुआ है। इस जाँच में अब जीएसटी विभाग की भी एंट्री हो गई है। वहीं चीनी नागरिक सु फाई ओर उसकी गर्लफ्रेंड का नेटवर्क बेंगलुरु, मुंबई, के साथ ही नॉर्थ ईस्ट के 4 शहरों से जुड़े होने की बात सामने आई है। कहा जा रहा है कि इन शहरों में अलग-अलग पते पर फर्जी कंपनियाँ रजिस्टर्ड की गई हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, दो फर्जी कंपनियों का खुलासा पुलिस पहले ही कर चुकी है। जाँच में सामने आया है कि सभी कंपनियाँ मोबाइल पार्ट से संबंधित बनाई गई हैं। पुलिस के अनुसार, अरबों रुपए के हवाला कारोबार से जुड़े इस रैकेट के तार चीन से भी जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। चीनी नागरिकों के इस नेटवर्क में 100 से अधिक लोगों के जुड़े होने की आशंका है।

वहीं मामले की छानबीन करते हुए पुलिस जाँच में चीनी नागरिक के दोस्त रवि कुमार नटवरलाल का पता चला है। जो प्रत्येक कंपनी में शेयर होल्डर है। सभी कंपनियों में पार्टनर दो से तीन लोग बनाए गए हैं। ज्यादातर कंपनियों में सु फाई और रवि नटवरलाल ही पार्टनर हैं। वहीं पुलिस नटवरलाल को ही मास्टरमाइंड बता रही है। उसने एमबीबीएस की पढाई की हुई है।

बता दें कि जहाँ करोड़ों रुपए का लेनदेन के मामले में अब जीएसटी विभाग ने भी जाँच शुरू कर दी है। वहीं जाँच में पहले ही यह बात सामने आ गई है कि फर्जी कंपनी व गेस्ट हाउस में पब और हवाला कारोबार के साथ देह व्यापार से जुड़े लोगों को करीब 15 करोड़ रुपए सु फाई और इसकी गर्लफ्रेंड ने कई बैंक अकाउंट में भेजे हैं। इनमें कई विदेशी खाते भी हैं।

गौरतलब है कि सु फाई ओर उसकी गर्लफ्रेंड की जमानत कराने के लिए चीन में बैठे माइकल नाम के व्यक्ति ने दिल्ली हाई कोर्ट की एक लॉ एजेंसी हायर की है। इसके 20 वकील जमानत कराने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। वहीं इस पूरे मामले में सु फाई समेत उसकी गर्लफ्रेंड के दो पासपोर्ट अलग-अलग नाम से पाए गए हैं। इसी पासपोर्ट से इंडिया में 15 से अधिक शहरों में हवाई यात्राएँ की गई थीं। रिपोर्ट के अनुसार, जाँच अधिकारी ने यह भी बताया है कि इन लोगों का इंडिया में बसने के लिए फर्जी एड्रेस और पहचान पत्र बनवाने की पूरी योजना थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया