अब लेबनान से भी इजरायल की तरफ चलने लगे रॉकेट, हमास के बाद हिज़्बुल्ला ने भी बोला हमला: इजरायल ने उन मस्जिदों को तबाह किया, जिनमें छिपे थे आतंकी

हिज़्बुल्ला ने एक वीरान इलाके में रॉकेट दागे हैं। (चित्र साभार : BBC)

इस्लामी आतंकी संगठन हमास के दक्षिणी इजरायल पर हमले के बाद अब लेबनान की तरफ से भी इजरायल पर हमले चालू हो गए हैं। हमास को सहायता देने वाला आतंकी संगठन हिज़्बुल्ला (Hezbollah) अब खुद लड़ाई में उतर आया है।

हिज़्बुल्ला ने इजरायल से सटी लेबनान सीमा की तरफ से रॉकेट दागे हैं। हेज्बोल्लाह ने इजरायल के शेबा फार्म इलाके में राकेट और गोले दागे हैं। हालाँकि, इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिज़्बुल्ला ने कहा है कि उसका निशाना इजरायल के कुछ राडार स्टेशन थे, जिनको ध्वस्त करने के लिए उसने ये रॉकेट दागे। इजरायल ने भी इसके प्रतिरोध में काफी फायरिंग की है। हिज़्बुल्ला ने इजरायल, सीरिया और लेबनान की सीमा पर बसे गोलान हाइट्स इलाके में भी बमबारी की है। यह इलाका वर्ष 1967 के बाद से इजरायल के कब्जे में है। हिज़्बुल्ला ने सबसे पहले हमास के हमले की प्रशंसा की थी।

हिज़्बुल्ला ईरान समर्थित शिया आतंकी समूह है जिसने लेबनान में अपना बेस बनाया हुआ है। वह यहाँ काफी प्रभावशाली है और कई तरह के अवैध व्यापार समेत तस्करी और अन्य धंधों में लिप्त है। वह लेबनान के भीतर से ही इजरायल पर लगातार हमले करता है। हालाँकि, अभी अन्य अरब देशों ने इजरायल के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई को लेकर कोई भी बात नहीं कही है। क़तर को छोड़ कर बाकी सभी देशों ने इजरायल में हुए हमले की निंदा की है। ईरान ने इस हमले का समर्थन किया है और ईरानी जनता ने सड़कों पर आकर इसका जश्न मनाया है।

इसके अतिरिक्त, हमास ने कहा है कि वह लगातार इजरायल से लड़ रहा है और अभी भी उनका इजरायल के कुछ हिस्सों पर कब्ज़ा है, कम से कम 7 स्थानों पर दोनों के बीच लड़ाई चल रही है। इजरायल ने गाजा के भीतर घुस कर हवाई हमले चालू कर दिए हैं और अपनी रिज़र्व सेना को भी बुला लिया है। एक जानकारी के अनुसार, इजरायल द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में अब तक लगभग गाजा में 250 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगातार घायलों को अस्पताल लाया जा रहा है। इजरायल ने अपनी कार्रवाई में गाजा के भीतर कई मस्जिदों को तबाह कर दिया है। इजरायल का कहना है कि फिलिस्तीनी आतंकी इन्हीं मस्जिदों के भीतर से काम कर रहे थे।

हमास के हमले में मरने वाले इजरायलियों की संख्या भी 350 पार हो गई है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने 26 सैनिकों की मौत की आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है। मरने वालों में 18 से 42 वर्ष तक के सैनिक शामिल थे जो कि हमास के हमले के समय सीमा पर तैनात थे। इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इजरायल अपनी सेनाओं को जमीन के रास्ते गाजा पट्टी और फिलिस्तीन के भीतर भेज सकता है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वह गाजा पट्टी को रेगिस्तान में बदल देंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया