‘हिन्दू समाज की भावनाएँ आहत हुईं’: अमेरिका में मंदिर पर खालिस्तानी हमले के बाद भारत ने जताई कड़ी आपत्ति, कहा – तुरंत कीजिए कार्रवाई

नेवार्क स्वामीनारायण मंदिर में खालिस्तानियों ने लिखे भारत विरोधी नारे (फोटो साभार: हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन X हैंडल @HinduAmerican)

अमेरिका में कैलिफोर्निया के नेवार्क के स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे जाने की सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास (कांसुलेट) ने निंदा की है। कांसुलेट ने शनिवार (23 दिसंबर 2023) को कहा कि इस घटना से हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है।

सैन फ्रांसिस्को के कांसुलेट जनरल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “हम कैलिफोर्निया के नेवार्क में एसएमवीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर को भारत विरोधी नारों और भित्ति चित्रों (Graffiti) से बिगाड़ने की कड़ी निंदा करते हैं। इस घटना से भारतीय समुदाय की भावनाएँ आहत हुई हैं। हमने इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों से जल्द से जल्द जाँच करने और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई के लिए कहा है।”

पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध खालिस्तानी समर्थकों ने कथित तौर पर कैलिफोर्निया के नेवॉर्क स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों को चित्रों और नारों से पोत कर उसका स्वरूप बिगाड़ दिया था। मंदिर की दिवार पर अंग्रेजी में ‘शहीद भिंडरावाला’ और ‘मोदी टेररिस्ट’ लिखा गया था। यहीं नहीं, मंदिर के बोर्ड पर भी काली स्याही से खालिस्तान लिखा गया था।

स्वामीनारायण मंदिर के प्रवक्ता अभिषेक रावल के मुताबिक, मंदिर में तोड़फोड़ और उसका उसका रूप बिगाड़ने की ये घटना गुरुवार (21 दिसंबर 2023) रात हुई थी। इसका पता शुक्रवार (22 दिसंबर 2023) को चला।मंदिर प्रशासन इसे देखकर सकते में आ गया। दरअसल, मंदिर के पास रहने वाले एक हिंदू ने सबसे पहले मंदिर के इमारत की बाहरी दीवार पर काली स्याही से हिंदू और भारत विरोधी नारे लिखे देखे थे।

नेवॉर्क पुलिस मंदिर को निशाना बनाने की इस घटना की जाँच कर रही है। पुलिस मंदिर के पड़ोस के घरों में लगे सर्विलांस कैमरों के फुटेज की भी जाँच कर रही है। इस मसले को लेकर नेवॉर्क शहर के पुलिस कप्तान जोनाथन अर्गुएलो का कहना है कि ग्रैफिटी को देखते हुए लगता है कि ये जानबूझ कर लक्षित निशाना बनाया गया है। नेवॉर्क पुलिस इसकी गहनता से जाँच की जा रही है।

उन्होंने आगे कहा, “नेवॉर्क पुलिस और समुदाय का सदस्य होने के नाते में इस तरह की वारदात से हम बेहद दुखी हैं। हम सोचते हैं कि वे बेअक्ल हैं। हमें ये कतई स्वीकार नहीं है। हम यहाँ नेवॉर्क में उन्हें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। मैं आज ये पक्का कर रहा हूँ कि हम इन हालात को कितनी संजीदगी से ले रहे हैं और हम इस मसले की पूरी तरह से संवेदनशीलता और बेहद सावधानी से जाँच करेंगे।”

ये घटना ऐसे वक्त में हुई है जब अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप भारत लगाया है। इसके तहत उसने चेक गणराज्य से निखिल गुप्ता नाम के एक भारतीय नागरिक को भी गिरफ्तार किया है। अभी दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने एक मीडिया समूह को दिए इंटरव्यू में खालिस्तान को लेकर चिंता जाहिर की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया