नर्स ने कोरोना संक्रमित मरीज के साथ हॉस्पिटल के बाथरूम में किया सेक्स: पोस्ट वायरल होने के बाद गिरफ्तार

नर्स ने कोरोना संक्रमित मरीज के साथ हॉस्पिटल के बाथरूम में किया सेक्स (प्रतीकात्मक तस्वीर)

कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगो से लगातार सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है। ऐसे में इंडोनेशिया (Indonesia) से एक बेहद ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहाँ एक इंडोनेशियाई पुरुष नर्स को कोविड-19 मरीज के साथ अस्पताल के टॉयलेट में सेक्स (Sex) करने के बाद गिरफ्तार किया गया है।

अस्पताल के टॉयलेट में कोरोना संक्रमित मरीज से सेक्स करने के बाद आरोपित नर्स को पुलिस की जाँच का सामना करना पड़ रहा है। इंडोनेशिया एक्सपैट के मुताबिक, यह घटना जकार्ता के विस्मा एटलेट इमरजेंसी अस्पताल की है। नर्स को कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।

नेशनल नर्स एसोसिएशन के एसेप गुनवान ने कहा, “यह सच है कि विस्मा एटलेट इमरजेंसी अस्पताल में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एक COVID-19 मरीज के बीच समान सेक्स रिलेसनशिप (same-sex relationship) की एक संदिग्ध घटना हुई है।” 

यह घटना तब सामने आई, जब मरीज ने 25 दिसंबर को ट्विटर पर पुरुष नर्स के साथ बनाए गए संबंध की घटना को शेयर किया। इस विवरण में नर्स के साथ एक वॉट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया था, जिसमें उन्होंने प्राइवेट पार्ट के साइज के बारे में बात की थी। इसके अलावा बाथरूम के फर्श पर नर्स के पीपीई किट की एक तस्वीर भी शामिल थी। 

पोस्ट के वायरल होने के बाद मरीज और नर्स से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि वे जकार्ता के विस्मा एटलेट आइसोलेशन फैसिलिटी में एक टॉयलेट में सेक्स के लिए मिले थे। क्षेत्रीय सैन्य कमान में सूचना के प्रमुख लेफ्टिनेंट कर्नल अरह हरविन बीएस ने खुलासा किया कि दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

हरविन ने स्थानीय मीडिया को बताया, “यह मामला केंद्रीय जकार्ता पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है। हमने स्वास्थ्य कार्यकर्ता को गवाह बनने और आगे की जानकारी माँगने के लिए सुरक्षित कर लिया है।”

सेंट्रल जकार्ता पुलिस को सौंपे जाने से पहले कोविड-19 के लिए पुरुषों का परीक्षण किया गया था। नर्स का कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आया, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया, जबकि मरीज का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया उसे आइसोलेशन के लिए फिर से अस्पताल में भेजा गया। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि वे आपराधिक मुकदमे का सामना कर सकते हैं। अगर उन्हें दोषी ठहराया जाता है तो 10 साल तक की सजा हो सकती है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया