राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट ने जारी किया वारंट, अमेरिका खुश हुआ: रूस बोला- जब ICC से जुड़े नहीं, तो ये आदेश बकवास

पुतिन और बाइडेन (साभार: एनडीटीवी)

रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को युद्ध अपराधी घोषित किया है। इसके साथ ही पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ICC के इस निर्णय का समर्थन किया है, जबकि रूस ने इसे बकवास बताया है।

दरअसल, रूस ने पिछले साल यूक्रेन पर हमला कर दिया था। इसके बाद अमेरिका और पश्चिमी देश रूस पर यूक्रेन में नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं। इन्होंने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध भी लगाए हैं। इसके बावजूद यूक्रेन के सरेंडर करने तक रूस हमले से पीछे हटने को तैयार नहीं है। वहीं, यूक्रेन भी अंतिम साँस तक मुकाबला करने की बात कही है।

इस बीच मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में ले जाया गया। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों से रूसी संघ में लोगों, खासकर बच्चों के अवैध ट्रांसफर के युद्ध अपराध के लिए जिम्मेदार हैं। ICC ने इस संबंध में राष्ट्रपति पुतिन और रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय में बच्चों के अधिकारों की आयुक्त मारिया अलेक्सेयेवना लवोवा-बेलोवा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

कोर्ट ने कहा कि 24 फरवरी 2022 को रूस के आक्रमण के बाद से ही यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों में अपराध किए गए। इस बात पर विश्वास करने के लिए उचित आधार है कि इसमें पुतिन सीधे तौर पर जुड़े रहे। इसलिए इन कृत्यों को करने की व्यक्तिगत आपराधिक जिम्मेदारी पुतिन की है। वहीं, रूस ने कहा कि इस आदेश का कोई अर्थ नहीं है, क्योंकि रूस ICC का हिस्सा नहीं है।

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से जब पूछा गया कि क्या रूसी राष्ट्रपति ने युद्ध अपराध किया है तो उन्होंने कहा, “हाँ व्लादिमीर पुतिन ने वॉर क्राइम किया है।” वहीं, अमेरिका का भी कहना है कि उसने एक स्वतंत्र जाँच में पाया है कि रूस ने युद्ध अपराध किए हैं। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि रूस युद्ध अपराध और अत्याचार कर रहा है और हम स्पष्ट हैं कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”

बता दें कि अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन का पक्ष लेते रहे हैं। वे यूक्रेन को हर तरह की मदद भी उपलब्ध करा रहे हैं। इधर, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के आग्रह के बावजूद दोनों देश पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और पिछले एक साल से दोनों देशों के बीच हिंसा जारी है।

 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया