मीका सिंह ने क़तर में भारतीय करेंसी से की खरीददारी, वीडियो बना कर PM मोदी को कहा थैंक्यू: ऐसे डॉलर को टक्कर दे रहा भारतीय रुपया

मीका सिंह ने क़तर में भारतीय करेंसी से की शॉपिंग, पीएम मोदी को कहा थैंक्यू (फाइल फोटो)

बॉलीवुड के मशहूर सिंगर मीका सिंह (Mika Singh) ने अपने ट्विटर हैंडल पर बुधवार (12 अप्रैल, 2023) सुबह एक वीडियो शेयर किया। वीडियो में वह कहते हैं, “गुड मॉर्निंग। मैं कतर की राजधानी दोहा में हूँ। मुझे दोहा एयरपोर्ट पर लुइसविटन स्टोर में खरीदारी करते समय भारतीय रुपए का इस्तेमाल करने पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। आपको यहाँ जो भी शॉपिंग करनी हैं आप इंडियन करेंसी दे सकते हैं। आप किसी भी रेस्टॉरेंट में रुपए का इस्तेमाल कर सकते हैं.. है न कमाल की बात? नरेंद्र मोदी जी इसके लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। अब हिंदुस्तानी पैसा भी डॉलर की तरह पूरे वर्ल्ड में चलेगा। कतर में तो चल रहा है।”

सोशल मीडिया पर मीका सिंह का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसको लेकर एक यूजर ने लिखा, “मीका सिंह दोहा हवाई अड्डे पर लुइसविटन स्टोर में भारतीय रुपए में खरीदारी करते हुए। जल्द ही, उदारवादी उन पर हमला करेंगे, क्योंकि वह इसके लिए भारत की सराहना कर रहे हैं।”

आंध्र प्रदेश में बीजेपी के महासचिव विष्णु वर्धन रेड्डी ने भी मीका सिंह का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “मशहूर सिंगर मीका सिंह बता रहे हैं कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश बदल रहा है। केंद्र सरकार के प्रयासों से भारतीय करेंसी वैश्विक हो रही है और कई देशों में इसे स्वीकार किया जा रहा है।”

भारतीय रुपए को इंटरनेशल करेंसी बनाने पर ज़ोर

जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते संकट में फँसी हुई थी, उस वक्त पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत ने रुपए (Indian Rupee) को डॉलर के बाद दूसरी बड़ी इंटरनेशनल करेंसी (International Currency) बनाने की पहल शुरू की। भारत सरकार ने जुलाई 2022 में यह महत्वाकांक्षी पहल शुरू की। इसका मकसद उन देशों को वैकल्पिक ट्रांजेक्शन सिस्टम उपलब्ध करवाना है, जो अमेरिकी डॉलर की कमी का सामना कर रहे हैं। RBI अब तक 18 वोस्ट्रो अकाउंट (Vostro Accounts) खोल चुका है।

इनमें से रूस के लिए 12 अकाउंट्स, श्रीलंका के लिए 5 अकाउंट्स और मॉरीशस के लिए 1 अकाउंट शामिल हैं। यानी इन तीनों देशों में अब भारतीय रुपए (Indian Rupee) को एक इंटरनेशल करेंसी के रूप में पूरी तरह मान्यता प्राप्त है। भारतीय वहाँ जाकर रुपए से कोई भी चीज खरीद सकते हैं। अमेरिकी डॉलर (US Dollars) की कमी का सामना कर रहे ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्जेमबर्ग और सूडान के अलावा जर्मनी, इजरायल जैसे विकसित देशों समेत 64 देशों ने भारतीय रुपए के जरिए कारोबार करने में दिलचस्पी दिखाई है।

अगर 30 देशों के साथ भारत का रुपए में कारोबार शुरू हो गया तो इंडियन करेंसी अंतरराष्ट्रीय करेंसी बन जाएगा।

‘मेक इन इंडिया’ और इसका इम्पैक्ट

भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2014 को ‘मेक इन इंडिया‘ कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब में बदलना है। ‘मेक इन इंडिया’ योजना में घरेलू और विदेशी दोनों निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाना, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नए क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक बेहतर साझेदारी का निर्माण करना है।

हर साल भारत का निर्यात उसके आयात से कम होता था, इसी ट्रेंड को बदलने के लिए सरकार ने वस्तुओं और सेवाओं को देश में ही बनाने की मुहिम को ‘मेक इन इंडिया’ के रूप में शुरू की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया