गैर मुस्लिम लोग नहीं खरीद सकते प्रॉपर्टी, किराए पर देने से भी इंकार का नोटिस: Pak कार्यकर्ता

पाकिस्तान की डाँवाडोल अर्थव्यवस्था की सेहत और बिगड़ेगी

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वैश्विक मंच पर भारत के खिलाफ यह दुष्‍प्रचार करते दिखाई देते हैं कि यहाँ अल्‍पसंख्‍यकों के साथ भेदभाव किया जाता है। लेकिन, हकीकत इसके बिलकुल उलट है। हकीकत यह है कि पाकिस्तान में न तो अल्पसंख्यक सुरक्षित है और न ही उन्हें समान अधिकार है। 

बता दें कि, गैर मुस्लिमों को पाकिस्‍तान के शहर कराची में प्रॉपर्टी खरीदने तक का अधिकार नहीं है। एक पाकिस्तानी कार्यकर्ता कपिल देव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। कपिल देव के मुताबिक, “यदि आप गैर-मुस्लिम हैं तो कराची के पॉश इलाके में आप प्रॉपर्टी खरीदना तो दूर किराए पर भी लेने के बारे में नहीं सोच सकते हैं। कराची के पॉश इलाके में खालीक-उज-जमन रोड, ब्लॉक 8 क्लिफ्टन पर स्थित मछियारा रेजिडेंसी ने अपने गेट के बाहर गैर-मुस्लिम लोगों को प्रॉपर्टी बेचने, किराए पर देने से इंकार करने का नोटिस लगाया हुआ है।

https://twitter.com/KDSindhi/status/1176752957259440129?ref_src=twsrc%5Etfw

बता दें कि, फ्लैट के गेट पर लगे नोटिस में उर्दू में लिखा गया है कि गैर-मुस्लिमों को समाज में फ्लैट खरीदने या किराए पर लेने की मनाही है। कपिल का कहना है कि इस तरह का नोटिस यहाँ कई कॉलोनियों में भी लगा हुआ है। 

कपिल देव के ट्वीट पर एक यूजर ने अपनी अपनी व्‍यथा बताते हुए लिखा है कि 2018 में वह कराची में एक फ्लैट तलाश कर रहा था। इस दौरान उसे 20 से ज्यादा ऐसी बिल्डिंग मिलीं, जहाँ पर इस तरह का नोटिस लगा हुआ था कि आप अपने फ्लैट न तो गैर-मुस्लिमों को बेच सकते हो और न ही उसे किराए पर दे सकते हो। बहादुरबाद की लगभग हर इमारत में भी यही नियम है। खासकर ज़म ज़म रेजिडेंसी के मालिक ऐसा करते हैं।

धार्मिक भेदभाव और कट्टरता में पाकिस्तान का काफी लंबा फेहरिस्त रहा है। हाल ही में, पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात मुस्लिम हमलावरों द्वारा एक हिंदू लड़की का अपहरण कर जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया। लड़की को सियालकोट में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता मिर्जा दिलावर बेग के घर पर रखा गया था।

कुछ दिनों पहले, सिंध प्रांत में एक अन्य हिन्दू लड़की लारसाना के असीफा मेडिकल डेंटल कॉलेज में अपने हॉस्टल के कमरे में सोमवार (16 सितंबर) को मृत पाई गई। जिसकी पहचान नमृता चंदानी के रूप में हुई थी। नमृता, बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज की अंतिम वर्ष की छात्रा और सामाजिक कार्यकर्ता थी। इसके अलावा, जगजीत कौर नाम की एक सिख लड़की को पाकिस्तान के ननकाना साहिब में जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया