‘आपने घबराना नहीं’: इमरान सरकार ने तीन महीने से नहीं दी सैलरी, देखिए सर्बिया में पाकिस्तानी दूतावास ने कैसे कसा तंज

पैसे नही देने पर सर्बिया में पाकिस्तानी दूतावास ने इमरान सरकार पर कसे तंज (साभार: ट्विटर/ बिजनेस स्टैंडर्ड)

पाकिस्तान में बदहाली, भुखमरी और दिवालियापन इस कदर बढ़ गया है कि अब उसके दूतावास भी उसके खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। इसी क्रम में सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने 3 महीने से सैलरी नहीं मिलने के कारण अब पाक सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की है। दूतावास ने ट्विटर पर पाकिस्तानी सरकार को फटकार लगाई और नकदी के संकट से जूझ रही इमरान खान सरकार पर तंज कसने के लिए इमरान खान के ‘आप ने घबराना नहीं है’ का रैप शेयर किया।

सर्बिया में पाकिस्तानी दूतावास ने आर्टिस्ट साद अलवी द्वारा गाए गए गाने को शेयर किया, जिसमें दिवालिया होने के बावजूद अपने देश के लोगों को झूठी उम्मीदें देने के लिए इमरान खान का मजाक उड़ाया गया है। सर्बिया में पाकिस्तानी दूतावास ने ट्वीट किया, “महंगाई पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ रही है, @ImranKhanPTI आप कब तक उम्मीद करते हैं कि हम सरकारी अधिकारी चुप रहेंगे और आपके लिए काम करते रहेंगे। पिछले 3 महीनों से फीस जमा नहीं करने के कारण, हमारे बच्चों को स्कूल से बाहर कर दिया गया है। क्या यह #नयापाकिस्तान है?”

पाकिस्तान के सर्बिया स्थित दूतावास के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

सर्बिया में पाकिस्तानी एम्बेसी ने जिस 0.56 मिनट के गीत को पोस्ट किया था, उसे साद अलावी ने कम्पोज किया था। इस रैप में प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रसिद्ध ‘आप ने घबराना नहीं है’ भाषण को म्यूजिकल तरीके से पेश किया है। रैप गाने की शुरुआत पाकिस्तान के पीएम के द्वारा राष्ट्र को संबोधित करते हुए होती है, जिसमें वो कहते हैं, “आपने, सबसे पहले, घबराना नहीं है”। इमरान खान ने ये भाषण पिछले साल मार्च में उस वक्त दिया था, जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा था।

इसमें मिक्सिंग करने के लिए अलावी ने पाकिस्तान में महंगाई पर तंज कसते कुछ आकर्षक गीत भी जोड़े। गाने में साबुन, गेहूँ और दवा जैसी जरूरी चीजों से लेकर शिक्षा तक अलवी ने पीएम का मजाक उड़ाया और लोगों से नहीं घबराने की अपील की। मार्च में रिलीज हुआ यह गाना लोगों के बीच हिट हो गया था।

उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस देश में पैसे की कमी को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था कि उनके पास देश को चलाने के लिए पर्याप्त धन नहीं है, जिस कारण कर्ज लेना पड़ता है। उन्होंने ये बात इस्लाबाद में चीनी उद्योग के लिए फेडरल ब्यूरो ऑफ रेवेन्यू के ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम (टीटीएस) के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते कही थी।

गौरतलब है कि मौजूदा दौर में पाकिस्तान तमाम तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है। वहाँ की अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता है औऱ इस कारण से देश में खाद्य महंगाई बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष की राजनीतिक एकता और लगातार गिरती साख इमरान खाने के सामने कई सारे संकट खड़े हैं। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए सरकार के पास संसाधनों की कमी हो गई है।

हालात इतने बुरे हैं कि अब देश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए पाकिस्तानी सेना के पास अपना रक्षा बजट कम करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है। हाल ही में एक आकलन किया गया था, जिसके मुताबिक पाकिस्तान को अगले दो वर्षों (2021-2023) में 51.6 बिलियन अमरीकी डॉलर (38,75,10,32,40,000 भारतीय रुपए) के बाहरी वित्तीय सहायता की आवश्यकता होगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया