पूरे देश में मोबाइल सेवा बंद कर मतदान करवा रहा है पाकिस्तान, इमरान खान ने जेल से डाला वोट: PM की रेस में नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो

बिलावल भुट्टो जरदारी, नवाज शरीफ इस चुनाव में प्रमुख खिलाड़ी (फोटो साभार : जियो टीवी)

पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए आज (08 फरवरी 2024) मतदान हो रहे हैं। चुनावी नतीजे अगले दिन से आएँगे। मतदान के दौरान कई मतदान केंद्रों पर गड़बड़ियाँ सामने आई हैं। इस चुनाव में सबसे बड़े खिलाड़ी के तौर पर बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) और नवाज शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) मैदान में हैं, तो कई छोटी पार्टियाँ भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। वहीं, इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। मतदाता सुबह से ही मतदान केंद्रों पर पहुँच रहे हैं। हालाँकि कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या काफी कम होने की भी बात सामने आ रही है। इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जेल से बाहर निकलने की जगह जेल से ही मतदान किया। हालाँकि उनकी बीबी-बुशरा को वोट देने की इजाजत नहीं मिली।

पाकिस्तान में मोबाइल सेवाएँ ठप

पूरे देश में मतदान के बीच पाकिस्तान में मोबाइल सेवाओं पर बैन लगा दिया गया है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने पूरे देश में इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी हैं। ये कदम सुरक्षा के मद्देनजर उठाना पड़ा है। लोकल मीडिया के हवाले से एएनआई ने ये खबर दी है।

मोबाइल सेवाओं पर रोक लगाने का विरोध सभी राजनीतिक दल कर रहे हैं। इस बीच, इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने लोगों से अपील की है कि वो अपने वाई-फाई के पासवर्ड हटा दें, ताकी तानाशाह सरकारों को जवाब दिया जा सके और अधिकतम लोग इंटरनेट से जुड़कर पार्टी के लिए वोटिंग बढ़ाने में मदद कर सकें।

पीटीआई ने एक्स पर लिखा, “पाकिस्तानियों, नाजायज- फासीवादी शासन ने मतदान के दिन पूरे पाकिस्तान में सेल फोन सेवाएँ बंद कर दी हैं। आप सभी से अनुरोध है कि अपने व्यक्तिगत वाईफाई खातों से पासवर्ड हटाकर इस कायरतापूर्ण कृत्य का मुकाबला करें, ताकि आसपास के किसी भी व्यक्ति को इस अत्यंत महत्वपूर्ण दिन पर इंटरनेट तक पहुँच मिल सके। हम सब इसमें एक साथ हैं और हम एक साथ जीतेंगे!”

वहीं, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार और तीन जगहों से चुनाव लड़ रहे बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी मोबाइल सेवाओं पर रोक का विरोध किया है। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से चुनाव आयोग के साथ ही कोर्ट में भी जाने के लिए कहा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “पूरे देश में मोबाइल फोन सेवाएँ तुरंत बहाल की जानी चाहिए, मैंने अपनी पार्टी के लोगों से कहा है कि वो मोबाइल सेवाओं पर रोक हटाने के लिए पाकिस्तान चुनाव आयोग और कोर्ट दोनों ही जगहों पर जाएँ।”

पाकिस्तान की पिछली सरकार में विदेश मंत्री रहे बिलावल भुट्टो जरदारी पीपीपी के अध्यक्ष हैं। वो तीन जगहों- एनए194 लरकाना, एनए196 शाहदादकोट और एनए127 लाहौर से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी माँ बेनजीर भुट्टो दो बार देश की प्रधानमंत्री रही हैं, तो पिता आसिफ अली जरदारी देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं। इमरान खान की सरकार गिरने के बाद उन्होंने नवाज शरीफ की पार्टी के साथ गठजोड़ करके नई सरकार बनाई थी और उन्हें विदेश मंत्रालय का काम मिला था।

नवाज शरीफ चुनावी मैदान में लौटे, बनेंगे प्रधानमंत्री?

इस चुनाव से ठीक पहले पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ भी पाकिस्तान पहुँचे हैं और वो चौथी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए ताकत आजमा रहे हैं। अभी उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ सत्ता संभाल रहे थे। इसके बाद केयरटेकर सरकार की देखरेख में चुनाव हो रहा है। नवाज शरीफ कई जगहों से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बीच उन्होंने मतदान किया और लोगों ने अपनी पार्टी के पक्ष में भारी मतदान की भी अपील की है।

पीएमएल-एन के मुखिया नवाज शरीफ ने मतदान के बाद लाहौर में मीडिया से बातचीत की (फोटो साभार – डॉन न्यूज टीवी

पाकिस्तान नेशनल असेंबली की 265 सीटों पर मतदान

पाकिस्तान के आम चुनाव में इस बार करीब 5000 उम्मीदवार मैदान में हैं। ये उम्मीदवार 265 सीटों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पाकिस्तान नेशनल असेंबली चुनाव में इस बार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी हिस्सा नहीं ले पा रही है, क्योंकि उनकी पार्टी के चुनाव निशान ‘बैट’ को जब्त कर लिया गया है। ऐसे में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार अलग-अलग चुनाव निशान के साथ निर्दलीय मैदान में हैं। पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के लिए हो रहे चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए साढ़े 6 लाख से ज्यादा जवानों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक, पूरे देश में करीब साढ़े 12 करोड़ मतदाता हैं। देश भर में 90 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। चुनाव आयोग ने महिलाओं को मतदान से जोड़ने के लिए कई जगहों पर महिलाओं के लिए विशेष पोलिंग बूथ भी बनाए हैं। पाकिस्तान में 44 हजार मतदान केंद्रों को सामान्य, 29,985 मतदान केंद्रों को संवेदनशील तो 16,766 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। गुरुवार (7 फरवरी 2024) को मतदान पूरा हो जाने के बाद अगले ही दिन यानी शुक्रवार (9 फरवरी 2024) को ही नतीजे आने लगेंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया