‘हमने सोमनाथ को 17वें हमले में जीता’: ब्राह्मणों का मजाक बनाने वाले Pak कॉमेडियन की बीमारी से मौत, जर्मनी में फँसा शव

पाकिस्तान के कॉमेडियन उमर शरीफ की मौत (फाइल फोटो)

पाकिस्तान में ‘किंग ऑफ कॉमेडी’ कहे जाने वाली उमर शरीफ की मौत हो गई। शनिवार (2 अक्टूबर, 2021) को उनके परिजनों ने 66 वर्षीय कॉमेडियन की मौत की सूचना दी। बताया जा रहा है कि जर्मनी में उनकी मौत हुई। वो हृदय सम्बंधित कई बीमारियों से पीड़ित थे। 28 सितंबर, 2021 को एक एयर एम्बुलेंस के जरिए अमेरिका ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी तबीयत और बिगड़ जाने के कारण जर्मनी में रुकना पड़ा।

फिर उन्हें जर्मनी के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनकी मौत हुई। बर्लिन में पाकिस्तान के राजदूत डॉक्टर मोहम्मद फैसला ने ट्वीट कर के उन्हें श्रद्धांजलि दी और बताया कि कानूनी प्रक्रिया में उनके परिजनों की मदद की जा रही है, ताकि शव वापस ले जाया जा सके। पाकिस्तान के सत्तापक्ष से लेकर प्रतिपक्ष तक के नेताओं ने उनकी मौत के बाद परिजनों को सांत्वना देते हुए बयान जारी किए।

1955 में कराची में जन्मे उमर शरीफ ने 1974 से ही मंच पर कॉमेडी ड्रामा में परफॉर्म करना शुरू कर दिया था। उनका करियर 5 दशक के आसपास का रहा। उन्होंने कई टीवी सीरियलों व फिल्मों का भी निर्माण किया। उन्होंने मुख्यतः मंच को ही अपना अड्डा बनाया, जहाँ वो एक अन्य कॉमेडियन मोईन अख्तर के साथ परफॉर्म करते थे। कई देशों में उनके ट्रिप्स हुए। अख्तर 2011 में चल बसे थे। भारत के कई कॉमेडियन भी उन्हें अपना मेंटर मानते हैं।

उन्हें अमेरिका ले जाए जाने के लिए कई दिनों से तैयारी की जा रही थी। लोगों ने पाकिस्तान और सिंध की सरकारों को इसके लिए धन्यवाद भी दिया था। अमेरिका जाने से पहले उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के नाम सन्देश भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि डॉक्टर उन्हें बेहतर इलाज के लिए विदेश जाने कह रहे हैं। उन्होंने सरकार से मदद माँगा था। लेकिन, इसमें उन्हें वित्तीय के साथ-साथ कानूनी समस्याएँ भी थीं।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के नाम उमर शरीफ ने भेजा था संदेश

हालाँकि, पाकिस्तान की सरकार ने कागज़ी प्रक्रिया पूरी करने में ही काफी देर लगा दी, जिससे उन्हें अमेरिका ले जाने में देर हो गई। भारत के कई सेलेब्स भी उमर शरीफ की मौत से दुःखी हैं और मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा ने भी बयान जारी किया। लेकिन, इस दौरान ये भी जानने लायक है कि भारत को लेकर उनकी सोच क्या थी। एक कार्यक्रम में उन्होंने मुस्लिमों का इतिहास पढ़ने की सलाह देते हुए कहा था कि सोमनाथ के मंदिर पर हमने 17 बार हमला किया, फिर जीता।

उन्होंने कहा था, “हिम्मत मत हारना। एक ही राउंड होगा। पाकिस्तान का झंडा सबसे ऊपर होगा।” उन्हें भारतीय टीवी शोज में भी बुलाया जाता था। इसी तरह के एक शो में उन्हें नवजोत सिंह सिद्धू और शेखर सुमन की मौजूदगी में बुलाया गया था। इसमें उन्होंने बताया था कि कैसे एक स्टेज ड्रामा में एक मुस्लिम व्यक्ति को पंडित का गेटअप दिया गया था, लेकिन उसने हालचाल पूछने पर कहा – ‘अल्लाह का शुक्र है।’ इस पर भीड़ ने ठहाके भी लगाए थे।

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अब स्थिति ये है कि उमर शरीफ का शव जर्मनी में ही फँसा हुआ है और उनकी इच्छा के मुताबिक हजरत अब्दुल्ला शाह गाजी के मकबरे के परिसर में उन्हें दफनाने की माँग हो रही है। पाकिस्तानी पत्रकार वसीम बादामी का कहना है कि मौत के बाद 2 दिन तक जर्मनी से बाहर शव नहीं ले जाया जा सकता। वहाँ से उनका शव पाकिस्तान लाने में दिक्कतें आ रही हैं। पाकिस्तानी नेताओं ने इसमें हस्तक्षेप करने की बात कही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया