पीरगंज में 66 हिन्दुओं के घरों को क्षतिग्रस्त किया और 20 को आग के हवाले, खेत-खलिहान भी ख़ाक: बांग्लादेश के मंत्री ने झाड़ा पल्ला

बांग्लादेश के कई गाँवों में हिन्दू हुए बेघर, मुस्लिम भीड़ का हमला (फोटो साभार: BHUC)

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले का सिलसिला रुक नहीं रहा है। अब जानकारी सामने आ रही है कि 66 हिन्दू परिवारों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया और 20 हिन्दू परिवारों के घरों में आग लगा दी गई है। सोमवार (18 अक्टूबर, 2021) को बांग्लादेश की सरकार ने खुद ये बताया है। 100 से अधिक मुस्लिमों की एक भीड़ ने रविवार की रात रंगपुर जिले के पीरगंज के एक गाँव में हिन्दुओं के घरों में आगजनी की।

जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कमरूजम्माँ के हवाले से जानकारी दी गई है कि एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से अफवाह फैल गई कि गाँव के एक युवा हिंदू व्यक्ति ने इस्लाम मजहब का अपमान किया है, जिसके बाद वहाँ एकतरफा दंगे शुरू हो गए। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना मिली और वो वहाँ के लिए रवाना हुई। पुलिस ने बताया की रात 10 बजे ये घटना हुई। आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग को बुलाना पड़ा।

इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर अब तक नहीं आई है, लेकिन 66 घरों को क्षतिग्रस्त किए जाने और 20 घरों को जलाए जाने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने 52 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि वो अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिल कर आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए सघन अभियान चला रही है। पुलिस जब उक्त हिन्दू युवक के घर के बाहर तैनात की गई तो दूसरे घरों में आग लगाना शुरू कर दिया गया।

पीरगंज माझीपारा इलाके में 29 घरों, दो रसोईघरों, दो खलिहानों और सूखी घास के 20 ढेर में आग लगाई गई थी। पुलिस का कहना है कि ‘अनियंत्रित भीड़’ ने ये करतूत की है। रात को वहाँ पहुँचे अग्निशमन विभाग को आग बुझाते-बुझाते सुबह के 4 बज गए। रात के 9 बजे ही अग्निशमन विभाग वहाँ पहुँच चुका था। अब प्रशासन कह रहा है कि आग पर काबू पा लिया गया है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, बांग्लादेश की 14.9 करोड़ की जनसंख्या में लगभग 8.5 प्रतिशत हिंदू हैं। कोमिला जिला समेत बांग्‍लादेश के कई और जिलों में हिंदू समुदाय के लोगों की बड़ी आबादी है। इस्कान ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से इन घंटनाओं पर अंकुश लगाने, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। इसी बीच फिर से CAA और NRC की माँग भी जोर पकड़ रही है।

अब बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज़्ज़मान ने कहा है कि दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले पूर्व नियोजित थे। उनका कहना है कि पहले से ही इन हमलों की साजिश रच ली गई थी, ताकि मुल्क की सांप्रदायिक शांति को भंग किया जा सके। बांग्लादेश के गृह मंत्री ने कहा कि कॉमिला, रामु और नसीरनगर में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश हुई है। उन्होंने दावा किया कि शनिवार (16 अक्टूबर, 2021) की रात के बाद से कोई हमला नहीं हुआ। हालाँकि, सच्चाई कुछ और है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया