‘कॉपीराइट्स, पेटेंट्स और रॉयल्टी पेमेंट्स – इन सबसे मुक्त है योग’: PM मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में सैकड़ों लोगों के साथ किया योगाभ्यास, मोटे अनाजों को बताया ‘सुपर फ़ूड’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के कार्यक्रम के दौरान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में बुधवार (21 जून, 2023) को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में विशेषज्ञों की देखरेख में सैकड़ों लोगों ने योगाभ्यास भी किया। इस मौके पर उन्होंने दुनिया को बताया कि योग का जन्म भारत में ही हुआ है। कार्यक्रम में दुनिया के लगभग सभी देशों के लोग शामिल थे, जिन्हें पीएम मोदी ने धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि योग एक करता है और इतने लोगों का साथ आना भी योग है।

पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में उमड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए याद किया कि 9 वर्ष पहले इसी जगह पर उन्हें योग के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का प्रस्ताव रखने का सम्मान हासिल हुआ था। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने इसका समर्थन किया जो आनंददायक है।पीएम मोदी ने याद किया कि 2015 में उन्होंने UN पीसकीपर्स के लिए मेमोरियल का आह्वान किया था और अब पूरी दुनिया भारत के साथ है जिससे ये वास्तविकता बनने जा रहा है।

मोटे अनाजों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए भारत ने 2023 को ‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिल्लेट्स’ घोषित किए जाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे भरपूर समर्थन मिला। पीएम मोदी ने समझाया कि मिल्लेट्स (श्री अन्न) न सिर्फ संपूर्ण स्वास्थ्य, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। उन्होंने इसे सुपर फ़ूड करार दिया। अब पीएम मोदी ने योग को लेकर दुनिया के एक बार फिर भारत के साथ आने पर ख़ुशी जताई। उन्होंने योग को प्राचीन परंपरा बताते हुए कहा कि अन्य प्राचीन परंपराओं की तरह ये भी लिविंग और डायनेमिक है।

पीएम मोदी ने कहा कि योग कॉपीराइट्स, पेटेंट्स और रॉयल्टी पेमेंट्स से मुक्त है। उन्होंने कहा कि योग पोर्टेबल है, जिसे आप घर में या दफ्तर में भी कर सकते हैं, यात्रा के दौरान भी कर सकते हैं। उन्होंने योग को एकता का माध्यम बताते हुए कहा कि ये सभी समुदायों और संस्कृतियों के लिए है। उन्होंने योग को फ्लेक्सिबल बताते हुए कहा कि आप इसे अकेले कर सकते हैं, समूह में कर सकते हैं, किसी प्रशिक्षक से सीख सकते हैं या खुद भी सीख सकते हैं।

पीएम मोदी ने कहा, “योग वास्तव में वैश्विक है। योग जीवन जीने का तरीका है। ये एक माध्यम है, जिससे आपकी सोच और आपके कार्यों में चेतना आती है। स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ तारतम्य बिठा कर रहने का जीवन जीने का तरीका है योग।” आम लोगों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी योग किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर हैं, जहाँ वो दूसरी बार युएस कॉन्ग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया