ब्रिटेन से आई वेंटिलेटर-ऑक्सीजन की पहली खेप, 40 US कंपनियों ने मदद को बनाई टास्क फोर्स: हालात पर मोदी-बायडेन ने की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने फोन पर की बात (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (अप्रैल 26, 2021) की रात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन के साथ फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। पीएम मोदी ने अमेरिका द्वारा की जा रही मदद के लिए जो बायडेन को धन्यवाद भी दिया। इस बातचीत के बाद दोनों ही नेताओं ने ट्वीट कर एक-दूसरे को धन्यवाद दिया और साथ मिल कर काम करने की बात कही।

https://twitter.com/POTUS/status/1386746809431830536?ref_src=twsrc%5Etfw

पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति बायडेन के साथ चर्चा के दौरान वैक्सीन रॉ मैटेरियल्स और दवाओं की सुगम व सटीक सप्लाई चेन के महत्व पर भी बातचीत हुई। भारत-अमेरिका का स्वास्थ्य पार्टनरशिप कोविड-19 की वैश्विक चुनौती से निपटने में सक्षम हो सकता है।” वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा, “पीएम मोदी से बातचीत के दौरान मैंने कोविड-19 से लड़ने हेतु आपात सहायता और संसाधनों की सप्लाई के लिए अमेरिका के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।”

https://twitter.com/narendramodi/status/1386723540678807552?ref_src=twsrc%5Etfw

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने कहा कि भारत हमारे साथ खड़ा था, इसीलिए अब हम भी भारत के साथ हैं। भारत में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए USA की 40 कंपनियों ने एक टास्क फोर्स भी बनाया है। ये ग्लोबल टास्क फोर्स वैश्विक संसाधनों को मुहैया कराने में भारत की मदद करेगा। यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स के ‘यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल’ ने अगले कुछ हफ़्तों में यहाँ 20,000 ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर्स भेजने का लक्ष्य तय किया।

https://twitter.com/ANI/status/1386891779794890761?ref_src=twsrc%5Etfw

इस बीच ब्रिटेन से मदद की पहली खेप मंगलवार (27 अप्रैल 2021) को दिल्ली पहुँच गई। इसमें 100 वेंटिलेटर और 95 ऑक्सीजन कंसट्रेटर हैं। उधर फ्रांस ने भी कहा है कि वो भारत को पर्याप्त ऑक्सीजन की सहायता मुहैया कराएगा। साथ ही ऑक्सीजन वेंटिलेटर्स भी दिए जाएँगे। यूरोपियन यूनियन ने कहा है कि भारत की त्वरित सहायता के लिए यूरोप के सभी देश एक योजना तैयार कर रहे हैं। यूके से तो मदद की पहली खेप पहुँच भी चुकी है। सऊदी अरब और अडानी के बीच हुए करार के बाद वहाँ से भी ऑक्सीजन की खेप पहुँची है। कई अन्य देशों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया