अमेठी में बनेगी 5 लाख AK-203 राइफलें, रूस से 10 साल के लिए सैन्य करार: राजनाथ सिंह ने की अपने रसियन समकक्ष से मुलाकात

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू के साथ 2+2 मीटिंग (साभार: ट्विटर)

भारत और रूस के बीच होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने मंत्रिमंडल के साथ भारत के दौरे पर हैं। इसी क्रम में शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और रक्षामंत्रियों के बीच 2+2 मीटिंग हुई। सोमवार (6 दिसंबर 2021) को नई दिल्ली में सुषमा स्वराज भवन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू के साथ अहम बैठक हुई।

रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच S400 मिसाइल सिस्टम की समय पर आपूर्ति-तैनाती और AK 203 राइफल की डील को लेकर चर्चाएँ हुईं। इस दौरान दोनों देशों के बीच एग्रीमेंट भी साइन किए गए। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से कुल 6,01,427 7.63×39 मिनी असॉल्ट राइफल्स AK-203 की खरीद के लिए कॉन्ट्रैक्ट शामिल है। भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड प्रोग्राम 2021-2031 से सैन्य-तकनीकी सहयोग का प्रोग्राम है।

इस डील के तहत 5 लाख से ज्यादा राइफलें तैयार की जानी हैं, जिससे भारतीय सुरक्षा बलों को बड़ी मदद मिलेगी। यही नहीं अमेठी के विकास और रोजगार की उपलब्धता के लिहाज से भी इसे अहम माना जा रहा है। रूस और भारत के बीच अगले 10 साल तक सैन्य तकनीक के सहयोग को लेकर भी करार हुआ है। यह अग्रीमेंट 2021 से 2031 तक लागू रहेगा।

बैठक को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध बहुपक्षवाद, वैश्विक शांति, समृद्धि और आपसी समझ के आधार पर समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। रक्षा मंत्री के मुताबिक, जिस तरह वैश्विक जियो पॉलिटिकल हालात बदल रहे हैं ऐसे वक्त में भारत और रूस के बीच शिखर सम्मेलन का होना विशेष रणनीतिक साझेदारी की ओर इशारा करता है।

सिंह ने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच की साझेदारी से क्षेत्र में शांति और स्थिरता आएगी। खुशी है कि छोटे हथियारों और सैन्य सहयोग से संबंधित कई समझौतों/अनुबंधों/प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए।

दोनों रक्षामंत्रियों के बीच बैठक से पहले सोमवार को ही विदेश मंत्री एस जयशंकर की अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ बैठक हुई। इसको लेकर एस जयशंकर ने कहा, “ये हमारी चौथी बैठक है। ये भारत और रूस के बीच विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है।” एस जयशंकर के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन विश्वास का रिश्ता साझा करते हैं। गौरतलब है कि आज ही पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 2+2 स्तर की वार्ता होगी।

उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच हुए समझौते से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को और अधिक मजबूती मिलेगी। S400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम विश्व के सबसे अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणालियों में से एक है। इसकी जल्द आपूर्ति से भारत सीमाओं के साथ ही अपने आसमान को भी सुरक्षित रख सकेगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया