रमजान में भीड़ पढ़ रही थी दुनिया की सबसे बिजी सड़क पर तरावीह की नमाज… आटे के चक्कर में मर गए 11 पाकिस्तानी

आटे के लिए मर रहे पाकिस्तान (बाएँ) US के टाइम्स स्क्वायर की नमाज़ (दाएँ) में बँटा पिज्जा

पाकिस्तान में रमजान के दौरान आटे के लिए हुई छीना-झपटी में अकेले पंजाब प्रांत में ही 11 लोगों की जान चली गई है। ये लोग सरकार द्वारा बाँटे जा रहे फ्री का आटा लेना चाह रहे थे। ये मौतें अलग-अलग दिनों में अलग-अलग स्थानों में हुई हैं। मृतकों में महिलाएँ भी शामिल हैं। जब एक तरफ पाकिस्तान में आटे के लिए त्राहि-त्राहि मची है, तब उसी समय अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर पर नमाज़ पढ़ी जा रही थी। इस कार्यक्रम में सैंडविच और पिज्जा बाँटा जा रहा था।

पहला मामला पाकिस्तान का है, जहाँ आटे की किल्लत ने जानलेवा रूप ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अकेले पंजाब प्रांत में फ्री का आटा पाने के चक्कर में अब तक 11 लोग जान से हाथ धो बैठे हैं। मरने वालों में औरतें भी शामिल हैं। 11 मौतों के अलावा 60 पाकिस्तानी घायल भी हुए हैं। यह मारामारी ख़ास तौर पर दक्षिणी पंजाब के साहीवाल, बहावलपुर, मुजफ्फरगढ़ और ओकारा जिलों में मची है। इसके अलावा फैसलाबाद, जेहनियाँ और मुल्तान में भी आटे की छीना-झपटी में हिंसक घटनाओं की खबर है।

बताया यह भी जा रहा है कि कई जगहों पर हालात को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा है। पुलिस ने आटा बाँट रहे सेंटरों पर जरूरी इंतजाम न होने का आरोप लगाया है। पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने फ्री आटा सेंटरों की अव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए इसे दुरुस्त करने का फरमान सुनाया है। बुधवार (29 मार्च 2023) को CM नकवी ने फ्री आटा सेंटरों को सुबह 6 बजे से खोलने के निर्देश दिए हैं।

पाकिस्तान में नहीं आटा, अमेरिका में पिज्जा बाँटा

पाकिस्तान में फ्री का आटा पाने के लिए सिर्फ एक प्रदेश में 11 लोग मर गए। लगभग इसी समय-काल में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में प्रसिद्ध जगह टाइम्स स्क्वायर पर नमाज़ के दौरान हजारों खाने के पैकेट बाँट दिए गए। इसमें पिज्जा, सैंडविच आदि शामिल हैं।

लगातार दूसरे साल इसी जगह पर हुई नमाज़ में अमेरिका के अलग-अलग शहरों से मुस्लिम लोग जमा हुए। तरावीह की इस नमाज़ के दौरान सड़क को काफी समय के लिए पूरी तरह से जाम कर दिया गया। आपको बता दें कि टाइम्स स्क्वायर दुनिया की सबसे व्यस्त सड़कों-पैदल यात्रियों के लिए मशहूर है। ‘सड़क जाम करो और नमाज पढ़ो’ वाला स्टाइल अब अमेरिका भी पहुँच गया है और टाइम्स स्क्वायर पर इसके आयोजकों का कहना है कि वो हर साल ऐसा करने के लिए प्रेरित हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया