डूबते ब्रिटेन ने ‘ऋषि दर्शन’ में खोजा भविष्य, गीता की शपथ ले दिखाया था रास्ता: PM चुने गए नारायणमूर्ति के जमाई, कोहिनूर वापसी पर नेटिजन्स कर रहे चर्चा

भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री (फोटो साभार: बिजनेस टुडे/@skpunch)

आर्थिक संकटों में घिरे ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) होंगे। सोमवार (24 अक्टूबर 2022) को सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी ने उन्हें अपना नेता चुन लिया। सुनक हिंदू हैं। अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को लेकर वे बेहद मुखर रहते हैं। गीता में गहरी आस्था है। बतौर सांसद उन्होंने गीता की ही शपथ ली थी। उनके प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद सोशल मीडिया में कोहिनूर से लेकर भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, नीरव मोदी तक की भारत वापसी पर नेटिजन्स चर्चा करते दिखे।

सुनक भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश पीएम होंगे। कंजरवेटिव पार्टी में पीएम पद की उम्मीदवारी के लिए 100 सांसदों का समर्थन जरूरी था। लेकिन पेनी मोर्डेंट चुनाव में खड़े होने के लिए आवश्यक सांसदों का समर्थन जुटाने में नाकाम रही। वहीं, बोरिस जॉनसन पहले ही उम्मीदवारी की दौड़ से पीछे हट चुके थे। ऐसे में ऋषि सुनक के ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया।

सुनक के ब्रिटेन का पीएम चुने जाने की खबर आते होते ही सोशल मीडिया पर भारत का कोहिनूर हीरा वापस लौटाने की माँग तेज हो गई। ऋषभ नाम के एक यूजर ने लिखा, “द एम्पायर स्ट्राइक्स बैक! ऋषि सुनक होंगे ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री। कोहिनूर ​हीरा वापस भेजवा दें।”

एक अन्य यूजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के साथ पूर्व भारतीय खिलाड़ी आशीष नेहरा की एक तस्वीर ट्वीट की है। इसमें आशीष नेहरा को सुनक की जगह दिखाते हुए यूजर ने लिखा, “पीएम मोदी और पीएम ऋषि सुनक चर्चा कर रहे हैं कि कोहिनूर को भारत कैसे वापस लाया जाए।”

शशांक कुमार लिखते हैं, “ब्रिटेन का पीएम बनने पर ऋषि सुनक को बधाई। ब्रिटेन को आर्थिक संकट से उबारने के बाद, उम्मीद है कि वह कोहिनूर, अमरावती स्तूप, विजय माल्या और नीरव मोदी को भारत वापस जरूर लौटाएँगे। इस तरह वह भारतीयों के लिए ब्रिटेन के महान पीएम बन जाएँगे।”

कौन हैं ऋषि सुनक

ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथेम्प्टन, हेम्पशायर में हुआ था। उनकी माँ का नाम ऊषा सुनक और पिता का नाम यशवीर सुनक है। उनके पिता डॉक्टर थे और उनकी माँ एक फार्मेसी की मालिक हैं। उनके दादा-दादी पंजाब के रहने वाले थे। वे 1960 में अपने बच्चों के साथ पूर्वी अफ्रीका चले गए और वहाँ से उनका परिवार इंग्लैंड पहुँच गया। ऋषि अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके भाई संजय सुनक एक मनोवैज्ञानिक हैं और उनकी बहन राखी विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में मानवीय, शांति निर्माण, संयुक्त राष्ट्र के फंड और कार्यक्रमों के प्रमुख के रूप में काम करती हैं।

42 वर्षीय ऋषि की स्कूली पढ़ाई ब्रिटेन के निजी विद्यालय विंचेस्टर कॉलेज में हुई। इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। यहाँ उन्होंने दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इसके बाद साल 2006 में ऋषि ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए (MBA) की पढ़ाई की। उनकी शादी इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी से हुई है।

MBA करने के बाद उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इन्वेस्टमेंट कंपनी गोल्डमैन सैक्स से की। उसके बाद 2009 में उन्होंने नौकरी छोड़ अपना व्यवसाय शुरू किया और एक निवेश फर्म की स्थापना की। साल 2013 में नारायण मूर्ति की कंपनी ‘कैटामारन वेंचर्स यूके लिमिटेड’ में उन्हें और उनकी पत्नी को डायरेक्टर नियुक्त किया गया। हालाँकि, साल 2015 में उन्होंने इस फर्म से इस्तीफा दे दिया, लेकिन उनकी पत्नी इससे जुड़ी रहीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया