बेल्जियम (Belgium) के ब्रसेल्स (Brussels) में रेलवे स्टेशन के बाहर एक पुलिस अधिकारी की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना गुरुवार (10 नवंबर 2022) शाम की है। बताया जा रहा है कि 29 वर्षीय हमलावर ने ‘अल्लाहू अकबर’ का नारा लगाते हुए पुलिसकर्मी को चाकू से मारा। पुलिस ने हमलावर को काबू करने के लिए उस पर गोली चलाई। घायल हमलावर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ब्रसेल्स में एक हफ्ते के भीतर इस तरह का यह दूसरा हमला है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रसेल्स-नॉर्थ जोन की पुलिस ब्रसेल्स के शैरबीक में रुए डी’एरशॉट (Rue d’Aerschot) पर गश्त पर थी। तभी गुरुवार शाम लगभग 7:15 बजे एक व्यक्ति अल्लाहू अकबर का नारा लगाते हुए गश्त करने वाले पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया। उसने पुलिसकर्मी की गर्दन पर चाकू से वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लोक अभियोजक कार्यालय ने इसकी जाँच शुरू कर दी है।
वहीं, बेल्जियम के पुलिस अधिकारी इस घटना को आतंकवाद से जोड़कर देख रहे हैं। समाचार पत्र ले सोइर ने पुलिस के हवाले से कहा है, “हमले से पहले दोनों पुलिस अधिकारी गश्त पर थे। हमले के बाद एक अन्य गश्ती दल घटनास्थल पर पहुँचा और गोली चलाकर हमलावर को काबू में किया। अस्पताल ले जाने से पहले देखा गया कि हमलावर के पैर और पेट में गोली लगी है।”
बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डे क्रू ने इस हमले पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “हमारे पुलिसकर्मी देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर दिन अपनी जान जोखिम में डालते हैं। आज के हमले में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया।” उन्होंने आगे कहा, “मृतक अधिकारी के परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ हैं। उम्मीद है कि अस्पताल में भर्ती पुलिसकर्मी जल्द ठीक हो जाएगा।”
हमले से पहले दी थी धमकी
समाचार पत्र हेट लास्ट नीउव्स (Het Laatste Nieuws) ने बताया कि हमले से पहले हमलावर गुरुवार की सुबह एक पुलिस स्टेशन गया था और धमकी दी थी कि वह एक पुलिस अधिकारी को जान से मार डालेगा। एसीवी पुलिस ट्रेड यूनियन ने कहा कि उसे सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति दिन में पहले पुलिस के पास गया था और हमले की धमकी दे रहा था, लेकिन उन अधिकारियों ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया और ना ही उसे गिरफ्तार किया।
बता दें कि बेल्जियम में पिछले एक दशक में कई आतंकी हमले हुए हैं। 2016 में हुए आत्मघाती बम विस्फोट में ब्रसेल्स मेट्रो और हवाई अड्डे पर 32 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।