ऋषि सुनक ने गृहमंत्री को हटाया, पूर्व PM को बनाया ब्रिटेन का विदेश मंत्री: सुएला ब्रेवरमैन ने लंदन पुलिस को बताया था फिलिस्तीन समर्थक

इंग्लैंड के PM ऋषि सुनक और सुएला ब्रेवरमैन (बाएँ से दाएँ) (चित्र साभार: News24 & Evening Standard)

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन को उनके पद से हटा दिया है। वह सरकार की वरिष्ठतम मंत्रियों में से एक थी। उनकी जगह पर जेम्स क्लीवरले को इंग्लैंड का नया गृहमंत्री नियुक्त किया गया है। ऋषि सुनक ने अपनी कैबिनेट में कई बदलाव किए हैं।

बताया गया है कि सुएला को लंदन पुलिस की आलोचना करने के कारण कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। वह ऋषि की सरकार में अक्टूबर, 2022 से ही गृह विभाग की जिम्मेदारी सँभाल रही थीं। सुएला भी ऋषि की तरह एक भारतवंशी हैं।

बताया जा रहा है कि सुएला ने बीते सप्ताह एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने लंदन पुलिस पर फिलिस्तीन समर्थकों पर नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने गाजा निवासियों के समर्थन में निकलने वाली रैलियों को घृणा से भरे मार्च बताया था। उनके इस लेख के बाद दक्षिणपंथियों ने भी लन्दन में प्रदर्शन किया था।

इसके कारण विपक्ष समेत उनकी स्वयं की कंजर्वेटिव पार्टी में भी उनकी आलोचना हो रही थी। इससे पहले उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन में बाहरी देशों से आए अवैध लोग रह रहे हैं। इन सबको लेकर उनकी और ऋषि की सरकार की आलोचना हो रही थी।

सुएला ने इससे पहले भी अक्टूबर, 2022 में एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय लोग इंग्लैंड में अपनी वीजा अवधि से अधिक रुकते हैं। उनके इस बयान का भी कड़ा विरोध हुआ था। इसकी काफी आलोचना भी हुई थी।

इन्हीं सब कारणों से आज (13 नवम्बर, 2023) को हुए कैबिनेट फेरबदल में ऋषि सुनक ने उन्हें आज इस्तीफ़ा देने को कहा। उनकी जगह पर तुरंत ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लीवरले को नियुक्त कर दिया गया। क्लीवरले की जगह पर इंग्लैंड के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरून को विदेश मंत्री बनाया गया है।

गौरतलब है कि सुएला की जड़ें भी भारत से जुड़ी हुई हैं। उनकी माता एक तमिल हिन्दू हैं जो कि मॉरिशस से इंग्लैंड पहुँची थी। उनके पिता भी भारतीय मूल के थे जो कि केन्या से इंग्लैंड पहुँचे थे। उनकी माँ इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस में नर्स थीं। सुएला ने कैबिनेट से अपने निष्कासन पर कहा है कि यह उनका सौभाग्य रहा है कि वह ब्रिटेन की गृह मंत्री रहीं।

गौरतलब है कि बीते कुछ समय में इंग्लैंड की राजधानी लंदन में कई बड़े प्रदर्शन हुए हैं। इनमें से कुछ प्रदर्शनों में यहूदियों को धमकियाँ भी दी गईं हैं लेकिन लंदन पुलिस ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया