काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला, बिखरी पड़ी हैं लाशें, इटली के विमान पर फायरिंग: रिपोर्ट्स

काबुल एयरपोर्ट (सौजन्य: @ZIARYAAD)

अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को Abbey गेट पर हुये फिदायीन हमले में कम से कम 13 लोगों के मारे जाने और 15 लोगों के घायल होने की खबर है।अमेरिकी मिलिट्री और रूस के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। इसके पहले अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी धमाके की पुष्टि की, लेकिन नुकसान के बारे में जानकारी नहीं दी। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि हताहतों के बारे में जानकारी मिलते ही उसे साझा किया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले बताया कि विस्फोट में कई लोगों की मौत हुई है और कई शरीरों के अंग इधर-उधर बिखरे पड़े हैं। वहीं, इटली के विमान पर भी फायरिंग की खबर सामने आई है। एयरपोर्ट से विमान जैसे ही उड़ान भरा, उस पर फायरिंग की गई। हालाँकि, इस हमले में विमान को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुँचा। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि तालिबान से अलग सोच रखने वाले इस्लामिक स्टेट ने इस हमले को अंजाम दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरपोर्ट और उससे कुछ दूरी पर हुए दो हमलों में दो आत्मघाती और एक हथियारबंद हमलावर शामिल थे। खबरों के मुताबिक, इनमें से एक ने फायरिंग कर लोगों की जान ली और दो हमलावरों ने खुद को बम से उड़ा लिया। इस हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों के भी घायल होने की खबर है है। घटना के बारे में राष्ट्रपति जो बाइडन को भी पेंटागन ने ब्रीफिंग दी है। गौरतलब है कि यह हमला तब हुआ जब पश्चिमी देश तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

https://twitter.com/PentagonPresSec/status/1430888975917453313?ref_src=twsrc%5Etfw

समाचार एजेंसी एपी ने बताया है कि घटना के वक्त एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक मौजूद थे। ऐसे में हताहतों की संख्या काफी बढ़ सकती है। आदम खान नाम के प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि घटना के वक्त वह विस्फोट से लगभग 30 मीटर की दूरी पर खड़े थे। उनका कहना है कि विस्फोट के बाद लोगों के शरीरों के अंग इधर-उधर बिखरे दिखे। बताया जा रहा है कि यह घटना आईएसआईएस के अफगानिस्तान मॉड्यूल से जुड़ा है, जो आत्मघाती और कार से हमला करने के लिए कुख्यात है।

विस्फोट से पहले बृहस्पतिवार को ब्रिटिश सरकार ने कहा था कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला करने की बेहद विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट मिली है। वहीं, इस सप्ताह के शुरू में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अफगानिस्तान में आईएसआईएस से संबद्ध ISIS-K द्वारा हमला करने की आशंका जताई थी।

विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने बुधवार को यात्रा परामर्श जारी करते हुए कहा था, “अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति विस्फोटक है। आतंकवादी हमले का खतरा है। इसलिए काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर न जाएँ। अगर आप हवाई अड्डे के क्षेत्र में हैं तो उसे छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर चले जाएँ और अगले परामर्श का इंतजार करें।’’

बृहस्पतिवार को कई देशों ने लोगों से हवाईअड्डे से बचने का आग्रह किया था, क्योंकि वहाँ फिदायीन हमले का खतरा था। वहीं, तालिबान ने निकासी के दौरान पश्चिमी ताकतों पर हमला नहीं करने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही उसने जोर देकर यह भी कहा है कि अमेरिका 31 अगस्त की निर्धारित समय सीमा तक विदेशी सैनिकों को बाहर निकाल लें वर्ना इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया