पाकिस्तान में 30 फौजियों को उतार दिया मौत के घाट: 100 किलो विस्फोटक लेकर आए थे 6 हमलावर, Pak ने तालिबान पर मढ़ा दोष

पाकिस्तान में विद्रोहियों द्वारा 23 फौजियों की हत्या के बाद तालिबानी राजदूत को लताड़ (चित्र साभार- DAWN)

पाकिस्तान में हमलावरों ने वहाँ की फ़ौज के 23 जवानों को मौत के घाट उतार दिया है। इस हमले में 30 फौजी घायल भी हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। हमलावरों की संख्या 6 बताई जा रही है। ये सभी जवाबी कार्रवाई में मारे गए हैं। मंगलवार (12 दिसंबर, 2023) को हुए इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-जिहाद नाम के संगठन ने ली है। इस घटना से नाराज पाकिस्तान ने अपने देश में मौजूद अफगानिस्तान के तालिबानी राजदूत को तलब कर के हड़काया है।

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, यह हमला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे में आने वाले डेराबन इलाके में हुआ है। यहाँ के डेरा इस्माइल खान में बनी एक स्कूल की बिल्डिंग में पाकिस्तान के फौजियों ने चेकिंग पॉइंट बना रखा है। मंगलवार की सुबह लगभग 4 बजे तड़के 6 हमलावर पाकिस्तानी फ़ौज की जाँच चौकी के पास आए। उन्होंने चौकी पर अपने वाहन में ब्लास्ट कर दिया जिस से इमारत ही धराशायी हो गई। इसके बाद हमलावर ऑटोमैटिक हथियारों से अंधाधुंध गोलियाँ बरसाने लगे।

अचानक हुए इस हमले से चेकिंग पॉइंट पर मौजूद पाकिस्तानी फौजियों को सँभलने का मौका ही नहीं मिला। जब तक वो हालात को समझ पाते तब तक 23 फौजियों की मौत हो चुकी थी। बाद में पाकिस्तान के जवानों में मोर्चा सँभाला और जवाबी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में हमला करने आए सभी 6 विद्रोही मारे गए। हमले के दौरान कुल 30 फौजी बुरी तरह से घायल भी हुए है जिनका इलाज चल रहा है। कुछ की हालत गंभीर होने की वजह से अभी हताहतों की तादाद बढ़ भी सकती है।

पाकिस्तानी बम निरोधक दस्ते के मुताबिक, हमले में लगभग 100 किलो (1 क्विंटल) विस्फोटक का प्रयोग किया गया था। चश्मदीदों के मुताबिक मुठभेड़ लगभग 1 घंटे तक चली थी। पाकिस्तान में मौजूद तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान नाम के संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने हमले का 2 मिनट का वीडियो भी जारी किया है। TJP का दावा है कि हमलावर स्वात और मर्दान जिलों के थे। हालाँकि, पाकिस्तानी अधिकारियों ने TJP द्वारा जारी वीडियो को भ्रामक बताया है।

वहीं एक अन्य घटना में कराची में 2 अन्य पाक फौजियों के मारे जाने की खबर है। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने पाकिस्तान से आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है। वहीं पाकिस्तान सरकार इस घटना के बाद से अफगानिस्तान पर काफी नाराज है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने अफगानिस्तान के तालिबानी राजदूत को तलब किया और खूब खरी-खोटी सुनाई। साथ ही जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी दी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया