जबरन किस करता, गुप्तांग रगड़ता था, मुँह में डाल देता था जीभ: कुरान पढ़ाने वाले असगर ने किया यौन शोषण, अब मिली 10 साल की सज़ा

दो लड़कों का यौन शोषण करने के आरोप में मोहम्मद असगर को 10 की सजा (फोटो साभार : Met Police)

ब्रिटेन की राजधानी लंदन में मोहम्मद असगर को दो लड़कों का यौन शोषण करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप में 10 साल की सजा सुनाई गई। वह एक मस्जिद और इस्लामिक सेंटर में कुरान पढ़ाता था। असगर ने यह अपराध बीते 3 सालों में किया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लंदन की क्रॉयडन क्राउन कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान एक पीड़ित की ओर से अदालत को बताया गया कि आरोपित मोहम्मद असगर उसे जबरन चूमता था और उसके मुँह में अपनी जीभ डाल देता था। असगर ने बीते 3 सालों में उसके साथ कई बार ऐसा किया।

वहीं एक अन्य पीड़ित ने कोर्ट में कहा था कि मोहम्मद असगर उसके कपड़े उतारकर कभी उसे सोफे पर बैठाता तो कभी झुका लेता था। इसके बाद अपना गुप्तांग उसके रगड़ता था और उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करता था। दोनों पीड़ितों में से एक महज 13 साल का है, जिसके घर पर ही असगर ने यौन शोषण किया था।

एक पीड़ित का कहना है कि उसके साथ जो भी हुआ है उससे उसके जीवन पर बहुत बुरा असर हुआ। यौन उत्पीड़न के कारण खासतौर से उसके मानसिक स्तर पर गहरा आघात हुआ। वह एक ऐसी स्थिति में पहुँच गया था जहाँ उसे कुछ भी करने की इच्छा नहीं हो रही थी। वहीं, एक अन्य पीड़ित ने कहा कि इस घटना के बाद से वह लोगों पर भरोसा नहीं कर पा रहा था। साथ ही उसकी पढ़ाई का भी बहुत अधिक नुकसान हुआ।

सुनवाई के बाद अदालत ने मोहम्मद असगर को दोनों लड़कों का यौन शोषण करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप में मोहम्मद असगर को 10 साल की सजा सुनाई। हालाँकि सजा सुनाए जाने के बाद भी मोहम्मद असगर खुद को बेगुनाह बताता रहा। उसके वकील ने कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण मोहम्मद असगर का चरित्र और उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुँची है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया