‘शायद आप मुझे आखिरी बार ज़िंदा देख रहे हैं’: अमेरिका के सामने गिड़गिड़ाए यूक्रेन के राष्ट्रपति – हमारा समर्थन कीजिए, पुतिन करवा सकते हैं मेरी हत्या

यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की (फोटो साभार: सीएनएन)

रूस के साथ जारी महायुद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की लगातार दूसरे देशों से हस्तक्षेप करने की गुहार लगा रहे हैं। उन्हें डर है कि व्लादिमीर पुतिन उनकी हत्या करवा देंगे। इसी क्रम में उन्होंने शनिवार (5 फरवरी 2022) को जूम कॉल जरिए अमेरिकी सांसदों को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि हो सकता है वो उन्हें आखिरी बार देख रहे हों। ऐसा इसलिए क्योंकि वो लगातार अमेरिका से रूस के खिलाफ युद्ध में सपोर्ट की माँग कर रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, युद्धग्रस्त यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जूम कॉल पर करीब 300 से अधिक अमेरिकी सीनेटर्स के साथ सीधी बात की। उन्होंने रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिका का समर्थन माँगा। ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन को नो फ्लाई जोन भी घोषित करने को लेकर बात की। उन्होंने अमेरिकी सीनेटरों को जपोरिजिया न्यूक्लियर रिएक्टर और चेर्नोबिल रिएक्टर के बारे में बताते हुए चेताया कि यह युद्ध पूरे यूरोप को अपनी चपेट में ले सकता है। गौरतलब है कि रूस ने इन्हीं दो प्लांटों पर कब्जा कर लिया है।

पोलिटिको के अनुसार, जेलेंस्की ने ट्रांसलेटर्स के जरिए कहा कि यह यूरोप की समस्या बन जाएगी।

अमेरिकियों ने ही जेलेंस्की की सुरक्षा को खतरे में डाला

अपनी सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए व्लोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी सीनेटरों इसे पब्लिक न करने को लेकर चेताया था, बावजूद इसके दो अमेरिकी सीनेटर सेंस मार्को रुबियो (आर-एफएल) और स्टीव डाइन्स (आर-एमटी) ने जूम कॉल का स्क्रीनशॉट शेयर कर दिया। इसके बाद इन दोनों की कड़ी आलोचना हो रही है। प्रतिनिधि डीन फिलिप्स (डी-एमएन) ने दोनों सीनेटरों पर भयानक लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।

यूरोपीय यूनियन से भी कही यही बात

अमेरिकी सीनेटरों से पहले 25 फरवरी 2022 को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर यूरोपीय नेताओं से मदद का आह्वान करते हुए कहा था कि यह ‘आखिरी बार हो सकता है कि आप मुझे जीवित देखें।’ क्योंकि रूसी सेना लगातार यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है।

इजरायल की वाल्ला न्यूज ने एक डिप्लोमैट के हवाले से रिपोर्ट किया कि स्वीडन के प्रधानमंत्री ने भी नेताओं से कहा, “यह आखिरी बार हो सकता है कि हम उन्हें देखेंगे।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया