अमेरिकी वायुसेना के F-22 फाइटर जेट ने मिसाइल दागकर जासूसी गुब्बारे को मार गिराया, चीन ने इसे बताया ओवर रिएक्शन

अमेरिका ने मिसाइल से बैलून को मार गिराया (साभार: AP)

अमेरिका ने आसमान में उड़ रहे चीन के संदिग्ध जासूसी बैलून को मार गिराया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के निर्देश के बाद एफ-22 फाइटर जेट से मिसाइल दागकर कैरोलिना तट के पास गुब्बारे को गिरा दिया गया। इस जासूसी बैलून को लेकर अमेरिका और चीन के रिश्तों में खटास आ गई है।

शनिवार (4 फरवरी 2023) को अमेरिकी वायुसेना की इस कार्रवाई से पहले यूएस फेडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन ने आसपास के तीन हवाईअड्डों पर विमानों के आगमन-प्रस्थान पर रोक लगा दी गई। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के तहत उठाए गए कदमों के तहत हवाई एरिया को खाली रखना था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन पाँच दिन पहले ही इस गुब्बारे को मार गिराना चाहते थे। हालाँकि, अधिकारियों ने सलाह दी कि इसके लिए सबसे उपयुक्त समय तब होगा, जब यह पानी के ऊपर आ जाए। सैन्य कार्रवाई के बाद गुब्बारे का मलबा समुद्र के पानी में फैल गया। बाद में इसे इकट्ठा कर लिया गया।

अमेरिका का स्पष्ट मानना है कि चीन का यह गुब्बारा जासूसी गुब्बारा था। इसमें सोलर पैनल, कम्युनिकेशन एक्विपमेंट, सेंसर आदि लगे हुए थे। यह अमेरिका के सैन्य अड्डों के ऊपर से गुजर चुका था। अमेरिका का कहना है कि गुब्बारे के जरिए चीन अमेरिकी सैन्य जानकारी हासिल कर रहा है।

ऊपर अमेरिका की इस कार्रवाई पर चीन ने रविवार (5 फरवरी 2023) को प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह अमेरिकी का ओवर रिएक्शन और अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन दृढ़ता से प्रासंगिक कंपनी के वैध अधिकारों और हितों को बनाए रखेगा और साथ ही प्रतिक्रिया में आगे की कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखेगा।

बता दें कि बुधवार (01 फरवरी, 2023) को एक चीनी गुब्बारा अमेरिका के मोंटाना इलाके के ऊपर देखा गया था। अमेरिका का यह क्षेत्र संवेदनशील है। यहाँ अमेरिकी एयरफोर्स का बेस होने के साथ-साथ न्यूक्लियर मिसाइलें भी रखी हुई हैं।

अमेरिका में विपक्षी नेता जेम्स कॉमर ने आशंका जताई थी कि इस बैलून में बायो वेपन हो सकता है। उन्होंने बाइडेन प्रशासन को सवाल उठाते हुए कहा था कि उनकी नाक के नीचे ये बैलून अमेरिका में इतना अंदर तक चला आया। इसके बारे में उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।

पेंटागन की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, गुब्बारे का आकार तीन बसों के बराबर था, जो 60 हजार फीट की ऊँचाई पर उड़ रहा था। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इसे शूट करने से पहले गुब्बारे की जाँच के लिए लड़ाकू विमानों को भी उड़ाया गया था।

दूसरे गुब्बारे के बारे में जानकारी देते हुए पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने कहा था कि अमेरिका इसे दूसरा चाइनीज जासूसी गुब्बारा मान रहा है। जासूसी गुब्बारे के बाद पैदा हुए हालात के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का चीन दौरा रद्द कर दिया गया है।

उधर चीन ने सफाई में कहा था कि अमेरिकी क्षेत्र में पाया गया गुब्बारा चीन का ही है। चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि गुब्बारे का इस्तेमाल मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। संभवतः गुब्बारा अपने मार्ग से भटक गया है। चीन ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में गुब्बारे के प्रवेश पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि यह जानबूझकर नहीं किया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया