खतरनाक जेल से सामान्य कैदखाना में भेजा गया ISIS का खूँखार आतंकी, वकीलों ने ‘मानसिक स्थिति’ खराब होने का दिया हवाला: सिर कलम कर बनाता था वीडियो

अब अकेला नहीं मरेगा इस्लामिक स्टेट का 'बीटल' अल शफी अल शेख (फोटो साभार: @NomiaIqbal का Nitter अकाउंट)

इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के खूँखार आतंकी अल शफी अल शेख (Al Shafi Al Sheikh) को गत माह 8 आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। अल शफी अल शेख को यह सजा अमेरिका की सबसे क्रूर सुपरमैक्स जेल एडीएक्स फ्लोरेंस में काटनी थी। हालाँकि, अब उसकी इस सजा में बदलाव करते हुए उसे दूसरी सामान्य जेल में रखा जाएगा।

दो पत्रकारों समेत 4 अमेरिकियों का सर कलम करने के आरोपी अल शफी अल शेख को उसके बोलने के तरीके और आवाज के कारण आईएसआईएस आतंकियों और बंधकों के बीच ‘बीटल’ के नाम से भी जाना जाता है। अल शेख ब्रिटिश आतंकी अलेक्संडा कोटे और मोहम्म्द इम्वाजी के साथ मिलकर इस्लामिक स्टेट के बंधक दल के लिए काम करता था।

रिपोर्ट्स के अनुसार, अल शफी अल शेख को 8 आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। उसे ये सजा कोलोराडो के एडीएक्स फ्लोरेंस में एकांत कारावास के रूप में काटनी थी। लेकिन, अब उसे सामान्य जेल में रखा जाएगा। इस जेल को यूएसपी फ्लोरेंस हाई कहा जाता है।

शुक्रवार (23 सितंबर, 2022) को अमेरिका की अलेक्जेंड्रिया की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान अभियोजक पक्ष ने कोर्ट से कहा कि अल शेख अमेरिकी अदालत द्वारा दोषी करार दिया गया इस्लामिक स्टेट का अब तक का सबसे कुख्यात आतंकी सरगना है।

बता दें, सूडान में पैदा हुए और लंदन में पले-बढ़े अल शफी अल शेख ने दो अमेरिकी पत्रकारों और उनके सहयोगियों को बंधक बनाकर जान से मार दिया था। इसमें, पत्रकार जेम्स फोले और स्टीवन सॉटलॉफ और उनके सहयोगी पीटर कासिग और कायला मुलर शामिल हैं। इनमें से तीन का सिर कलम करते हुए का वीडियो जारी किया गया था। जबकि, मूलर की हत्या से पहले उसके साथ इस्लामिक स्टेट के चीफ बगदादी ने कई बार बलात्कार किया था।

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि, अल शफी अल शेख को एडीएक्स फ्लोरेंस जेल से बचाकर सामान्य जेल में रखने के लिए उसके वकीलों ने तर्क दिया था कि उस जेल में उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति खराब हो रही है। साथ ही पहले की भी नजरबंदी ने उसे बुरी तरह बीमार कर दिया है। वकीलों का दावा था कि सुपरमैक्स जेल या एडीएक्स फ्लोरेंस जेल के ‘कंक्रीट बॉक्स’ में रहने से उसकी स्थिति और खराब हो सकती है।

वकील के इस तर्क के बाद कोर्ट ने अल शफी अल शेख को यूएसपी फ्लोरेंस हाई जेल में रखा जाएगा, जहाँ कई अन्य कैदी भी रखे गए हैं। यदि अल शफी अल शेख एडीएक्स फ्लोरेंस में ही रहता तो वह मरते दम तक एकांतवास में रहता, यानी अकेले रहते हुए ही उसकी मौत होती।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया