भारत के बाहर पहली बार योग यूनिवर्सिटी, अप्रैल से शुरू होंगी कक्षाएँ

भारत के बाहर पहली बार योग यूनिवर्सिटी

भारत से बाहर पहली बार ‘योग’ को बढ़ावा देने के लिए एक विश्विद्यालय शुरू हो रहा है। अमेरिका के लॉस एंजिलिस में शुरू हो रही इस यूनिवर्सिटी में अप्रैल 2020 से कक्षाएँ शुरू होंगीं। मानव सभ्यता को भारतवर्ष की अप्रतिम सौगात ‘योग’, के वैश्विक प्रचार-प्रसार की दिशा में यह यूनिवर्सिटी एक पायदान ऊपर चढ़ना है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के कारण विश्व स्तर पर 21 जून को योग दिवस के रूप में संयुक्त राष्ट्र की मान्यता मिल चुकी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विवेकानंद योग यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए लॉस एंजिलिस में शुरूआती कैंपस बना दिया गया है। इस विश्वविद्यालय का प्रारम्भिक बजट 5 मिलियन डॉलर का है, जो प्राचीन भारतीय पद्धति पर शोधों को भी बढ़ावा देगी। भारतीय योग गुरु एचआर नरेंद्र को यूनिवर्सिटी का चेयरमैन और केस वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर श्री श्रीनाथ को यूनिवर्सिटी का प्रेसीडेंट बनाया गया है।

कैलिफोर्निया के ब्यूरो फॉर प्राइवेट पोस्ट सेकेंडरी एजुकेशन से योग यूनिवर्सिटी को नवंबर 2019 में आधिकारिक मान्यता प्राप्त हो गई थी। योग यूनिवर्सिटी में अप्रैल महीने में योगा में मास्टर कोर्स करने के लिए एडमिशन शुरू हो जाएगा।

NASA में वैज्ञानिक रह चुके योग यूनिवर्सिटी के चेयरमैन नागेंद्र ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि शिक्षा इंसान को पूर्ण बनाती है और शिक्षा के जरिए वह राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकता है। योग विश्विद्यालय का ध्येय छात्रों में शिक्षा देना है जिससे राष्ट्र के निर्माण में वह अपना योगदान दे सकें।

भारत में पहली योगा यूनिवर्सिटी वर्ष 2002 में शुरू की गई थी। नागेंद्र ने बताया कि इससे प्रेरित होकर ही उन्होंने विश्व में योग के प्रचार-प्रसार के लिए भारत से बाहर भी यूनिवर्सिटी शुरू करने की प्रेरणा पाई। यह योग यूनिवर्सिटी अनुसंधान क्रियाओं में संयुक्त शोधों की सुविधा भी प्रदान करेगी, जिसके जरिए उसे विश्व भर की यूनिवर्सिटीज का भी सहयोग प्राप्त हो सकेगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया