मुस्लिम बस्ती में गिरी पतंग, पत्थरबाज़ी, मारपीट, लूटपाट में 7 महिलाओं समेत 14 घायल

प्रतीकात्मक चित्र

पतंगबाज़ी का ज़िक्र आते ही जो दृश्य सबसे पहले आँखों के सामने उभरता है वो किसी भी तरह से भयानक तो नहीं हो सकता, लेकिन बच्चों के इस खेल और हँसी ठिठोली के ज़रिये भी कोई भयावह मंज़र देखने को मिल सकता है तो ये बड़े ही ताज्जुब की बात है।

ऐसी ही एक घटना जमशेदपुर के बर्मामाइंस में देखने को मिली है जहाँ बच्चों का यह खेल पत्तथरबाज़ी, लूटपाट, तोड़फोड़ और दो समुदायों के बीच टकराव का कारण बन गया।

दरअसल, हुआ यूँ कि बीते शुक्रवार को सेवा आश्रम में रहने वाले एक बच्चे की पतंग कट जाने के बाद वो मुस्लिम बस्ती में जा गिरी। पतंग कट जाने के बाद वो पतंग बस्ती के ही एक अन्य बच्चे के हाथ लग गई और वहीं से शुरू हुआ पतंग पर अपनी-अपनी दावेदारी सिद्ध करने का दौर। इसी दौर में पतंग को अपनी-अपनी तरफ छीना-झपटी की स्थिति में वो पतंग फट गई।

पतंग के फटने के बाद आपसी विवाद में दो पक्षों में जमकर पत्थरबाज़ी हुई, क़रीब आधा दर्जन कच्चे मकानों की छतें टूटी और दो घरों में लूटपाट हो गई। दो पक्षों में बढ़ता यह विवाद जब स्थानीय पुलिस स्टेशन में पहुँचा, तो वहाँ भी कार्रवाई करने की मांग हंगामे को न्योता दे डाला।

मामले के पुलिस तक पहुँचने के बाद दोनों परिवार को पुलिस द्वारा शांत कराया गया, लेकिन स्थिति एक बार फिर बिगड़ गई जब बीते रविवार को एक बार फिर से यह मुद्दा आपसी विवाद का सबब बन गया। बस्ती में हुए विवाद में दोनों पक्षों के लोग आपस भिड़ गए जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हुए।

पुलिस के मुताबिक़, दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे के ख़िलाफ़ थाने में लिखित शिक़ायत दर्ज की थी। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को जिन दो बच्चों के बीच पतंग की वजह से विवाद हुआ था, उनमें एक बच्चे की माँ ने बस्ती में पहले पक्ष के बच्चों से कहा था कि तुमने मेरे बेटे को क्यों मारा, मारने से पहले हमें बताना चाहिए था।

पतंगबाज़ी के इस मामले ने उस समय गंभीर रूप ले लिया जब पड़ोसियों द्वारा इस घटना को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। पड़ोसियों द्वारा उकसाये जाने के बाद बच्चों के इस आपसी खेल ने एक साम्प्रदायिक रूप ले लिया।

जानकारी के मुताबिक़ घायलों को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ उनका इलाज चल रहा है। दो पक्षों के विवाद की ख़बर पाकर बर्मामाइंस, बिरसानगर, टेल्को पुलिस और डीएसपी सिटी अनुदीप सिंह क्यूआरटी के साथ पहुंचे। मामले की गंभीरता को समझते हुए क्यूआरटी द्वारा भीड़ को वहाँ से भगाया गया और हालात पर क़ाबू पाया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया