अडानी समूह की मीडिया क्षेत्र में एक और छलांग: BQ प्राइम और NDTV के बाद IANS में खरीदी बड़ी हिस्सेदारी, प्रबंधन पर नियंत्रण

(फोटो साभार:X हैंडल गौतम अदानी @gautam_adani)

रिलांयस समूह के मालिक मुकेश अंबानी के बाद अब अडानी समूह के प्रमुक गौतम अडानी भी मीडिया में अपनी पैठ बढ़ा रहे हैं। हाल ही में गौतम अडानी समूह ने एनडीटीवी का अधिग्रहण किया था। अब इस समूह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस (IANS) इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बड़े हिस्से का अधिग्रहण किया। हालाँकि, सौदा कितने में हुआ, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।

समूह के मीडिया कारोबार का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने एक विनियामक फाइलिंग (Regulatory Filing) में कहा, “उसकी सहायक कंपनियों में से एक एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड (AMNL) ने आईएएनएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के इक्विटी शेयरों में 50.50 फीसदी की हिस्सेदारी हासिल कर ली है।”

इसके साथ ही यह भी साफ हो गया है कि आईएएनएस पर अब AMNL का नियंत्रण होगा और IANS अब उसकी सहायक कंपनी होगी। फाइलिंग में कहा गया है, “आईएएनएस के सभी परिचालन और प्रबंधन का नियंत्रण एएमएनएल के पास होगा और एएमएनएल को IANS के सभी निदेशकों को नियुक्त करने का अधिकार होगा।”

हालाँकि, अडानी एंटरप्राइजेज ने ये खुलासा नहीं किया है इस हिस्सेदारी के लिए उसने कितनी रकम दी है। अडानी समूह के मुताबिक, “एएमएनएल ने IANS और उसके शेयरधारक संदीप बामजई के साथ शेयरहोल्डर्स एग्रीमेेंट पर हस्ताक्षर किया है। इसमें IANS को लेकर दोनों के बीच परस्पर अधिकारों को बारे में बताया गया है।”

अगर IANS की वित्तीय हालत की बात की जाए तो पिछले वित्त वर्ष में उसका राजस्व ठीक-ठाक रहा। वित्त वर्ष 2022-2023 (अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक) में आईएएनएस का कुल राजस्व 11.86 करोड़ रुपए रहा था।

बताते चलें कि अडानी ने बीते साल मार्च में बिजनेस और फायनांस की खबरों के लिए मशहूर डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म बीक्यू प्राइम (BQ Prime) की कंपनी को खरीदा था। बीक्यू प्राइम को क्विंटिलियन बिजनेस मीडिया (Quintillion Business Media) चलाती है। ये मीडिया उद्योग में उसका पहला कदम था।

इसके बाद दिसंबर 2022 में अडानी समूह ने ब्रॉडकास्टर एनडीटीवी (NDTV) में लगभग 65% हिस्सेदारी हासिल कर ली। ये खरीदारी भी AMNL के जरिए की गई थी। बता दें कि अडानी ने 1988 में कमोडिटी व्यापारी के रूप में शुरुआत की थी। इसके बाद 13 बंदरगाहों और आठ हवाईअड्डों के साथ बुनियादी ढाँचे में भारत के सबसे बड़े निजी खिलाड़ी बनकर उभरे।

पिछले कुछ वर्षों में अडानी समूह ने कोयला, ऊर्जा वितरण, डेटा सेंटर से लेकर तमाम क्षेत्रों में कदम रखा है। अडानी समूह ने हाल ही में सीमेंट और ताँबे के उत्पादन में कदम रखकर अपनी व्यवसायिक गतिविधियों में विविधता ला दी है। इसने एक निजी नेटवर्क स्थापित करने के लिए 5G टेलीकॉम स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई और अधिग्रहण भी किया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया