‘द क्विंट’ के संस्थापक राघव बहल के खिलाफ़ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिपोर्ट माँगी है। BTVI के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने मीडिया इंडस्ट्री में लम्बे समय से सक्रिय राघव बहल के ख़िलाफ़ इनकम टैक्स विभाग द्वारा दर्ज की गई शिकायत का विवरण माँगा है। प्रवर्तन निदेशालय राघव बहल के ख़िलाफ़ जाँच भी शुरू करेगा, ऐसा BTVI ने अपनी रिपोर्ट में बताया है। इसके लिए इडी को आयकर विभाग से सर्टिफाइड कॉपी चाहिए, जिसके लिए ज़रूरी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
https://twitter.com/BTVI/status/1132952930082967552?ref_src=twsrc%5Etfwलन्दन में राघव बहल द्वारा खरीदी गई संपत्ति को लेकर हुई अनियमितताओं की जाँच के लिए इडी ने यह एक्शन लिया है। उनके ख़िलाफ़ “कालाधन (अन्य विदेशी आय तथा परिसंपत्ति) तथा कर अधिनियम 2015” के तहत जाँच की प्रक्रिया चलाई जाएगी। BTVI ने आगे बताया कि इस अधिनियम के सेक्शन 50 के तहत जाँच होगी क्योंकि राघव बहल ने अपनी विदेशी संपत्तियों के बारे में जानकारी छिपाई है।
चौंकाने वाली बात यह है कि राघव बहल के ख़िलाफ़ लन्दन में लगभग 273 करोड़ रुपए (31 मिलियन पाउंड) की संपत्ति ख़रीदने को लेकर आरोप है, जिस पर सरकारी जाँच एजेंसियों की तलवार लटक रही है (मई 27, 2019 को पाउंड से भारतीय रुपए में कन्वर्जन के बाद, साभार: गूगल)। बहल ने अपने ख़िलाफ़ लगे आरोपों को फैक्चुअली ग़लत बताया है। इससे पहले टैक्स में हेराफेरी करने के आरोपों को लेकर अक्टूबर 2018 में इनकम टैक्स विभाग ने राघव बहल के ठिकानों की तलाशी ली थी।