‘हिंदुओं, तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर देंगे’ : UK के जिस पत्रकार ने खोली ‘लेस्टर के कट्टरपंथियों’ की सच्चाई, ट्विटर ने उसके ट्वीट डिलीट किए

पत्रकार वसीक लेस्टर में हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने वाले इस्लामवादियों के वीडियो शेयर करते रहे हैं (फोटो साभार: वासीक की फेसबुक प्रोफाइल)

इंग्लैंड के लेस्टर (Leicester) शहर में इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं और उनके मंदिरों पर किए गए हमले मामले में अब तक कुल 50 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एक हफ्ते पहले शुक्रवार (16 सितंबर 2022) को कट्टरपंथियों ने अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए हिंदुओ पर हमले की शुरुआत की थी।

कट्टरपंथियों की भीड़ इतनी बेकाबू थी कि वो लाठी, डंडों, काँच की बोतल जैसी चीजों से हमला कर रहे थे। संपत्तियों को पूरा नष्ट किया जा रहा था। इन्हीं हमलों की कुछ वीडियोज लंदन के एक पत्रकार वसीक अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किए थे। इसमें उन्होंने हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने वालों का पर्दाफाश किया था। लोग इसे देख लेस्टर की जमीनी हकीकत जान पा रहे थे, लेकिन ट्विटर ने इन वीडियोज को डिलीट कर दिया।

पत्रकार वसीक वसीक (ट्विटर हैंडल @WasiqUK) के ट्विटर पर ऐसे तमाम वीडियोज थे जो कट्टरपंथी हमलों की पुष्टि कर रहे थे। उनसे पता चल रहा था कि कैसे इस्लामवादियों द्वारा हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला गया, भड़काऊ स्पीच दी गई और हिंसा के लिए लोगों को उकसाया गया। वसीक की पोस्ट की सहायता से स्थानीय पुलिस आरोपितों को पकड़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन तभी ट्विटर ने अपनी कार्रवाई की।

गुरुवार (22 सितंबर 2022) को वसीक ने हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने वाला एक और वीडियो साझा किया, जिसमें एक व्यक्ति कह रहा था, “हर शाकाहारी, शाकाहारी हिंदू के लिए। तुम इस्लाम की एकता नहीं जानते। हम तुम्हें तोड़कर तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर देंगे।”

फोटो साभार: वसीक का ट्विटर

देख सकते है कि ये ट्वीट केवल हिंदुओं के खिलाफ हिंसा भड़काने वालों, नफरत फैलाने वालों और जहर उगलने वालों को बेनकाब कर रहा है। लेकिन ट्विटर ने इसे अपने सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन बताया और वीडियो को हटा दिया। संभव है कि इनका ट्विटर को लॉक भी किया गया हो, लेकिन ऑपइंडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है।

ट्विटर की ऐसे एक्शन को जानने के बाद लोग हैरान हैं कि ऐसी वीडियोज जिससे पुलिस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगा रही थी उसे ट्वीट ने डिलीट कैसे और क्यों कर दिया।

भारतीय उच्चायोग ने की कड़ी कार्रवाई की माँग

लंदन में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission in London) ने भी 19 सितंबर 2022 को लेस्टर में हिंदुओं खिलाफ हुई हिंसा की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने अपने बयान में हिंदुओं और मन्दिरों में तोड़फोड़ की ओर भी इशारा किया था। इसके साथ ही यूके के अधिकारियों से हमलों में शामिल कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की थी।

लेस्टर में हिंदू विरोधी हिंसा

बता दें कि इंग्लैंड के लेस्टर (Leicester) में इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू लोगों पर हमला करने के मामले में एडम यूसुफ (Adam Yusuf) नाम के शख्स को एक साल की सजा सुनाई गई है। 18 सितंबर 2022 को लेस्टर में हिंदू लोगों पर हमले (मेनस्ट्रीम मीडिया इसे प्रदर्शन बता रही) में चाकू ले जाने का जुर्म कबूल करने के बाद लेस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उसे एक साल की जेल की सजा दी है। इससे पहले 20 वर्षीय ऐमॉस नोरोन्हा (Amos Noronha) को प्रतिबंधित हथियार रखने का दोषी पाया गया था। ऐमॉस नोरोन्हा को सोमवार (20 सितंबर 2022) को 10 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया