‘रवीश कुमार ने शोक सभा आयोजित की है, आप आएँगे न?’: NDTV के स्क्रीन पर चेहरा देख नतीजों का अंदाज़ा लगाते रहे लोग, पंजाब ने दी ‘हल्की ख़ुशी’

मतगणना के दिन रवीश कुमार के चेहरे पर सभी की नजर (फोटो साभार: NDTV)

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आ रहे हैं और ताज़ा स्थिति ये है कि भाजपा फ़िलहाल 243 सीटों पर आगे चल रही है। भले ही बाकी दिनों में NDTV चैनल की टीआरपी ठीक न रहती हो और इस चैनल को दर्शन न मिलते हों, लेकिन मतगणना के दिनों में ऐसा नहीं होता। उस दिन भाजपा की जीत की स्थिति में लोग रवीश कुमार का चेहरा देखने के लिए NDTV ही लगाते हैं। इस बार दुःखी रवीश कुमार को पंजाब ने ज़रूर हँसने का मौका दे दिया है।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की जीत से रवीश कुमार दुःखी दिखे। वहीं मणिपुर और उत्तराखंड में भाजपा को मिल रहे बहुमत ने उनके ‘घाव पर नमक’ का काम किया। ऊपर से गोवा में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभर रही है, उसका दुःख भी रवीश कुमार के चेहरे पर साफ़ देखने को मिला। हाँ, पंजाब में जरूर अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP 92 सीटें जीत कर स्वीप की तरफ बढ़ रही है, इसीलिए जब-जब पंजाब की बात आई, रवीश कुमार के चेहरे पर ख़ुशी नजर आई।

यही कारण है कि NDTV पर अधिकतर समय पंजाब में ही चर्चा चलती रही और राघव चड्ढा जैसे AAP नेता यहाँ बैठ कर अपनी बात रखते रहे। दिनेश प्रताप सिंह चौहान नाम के यूजर ने लिखा, “सार्वजनिक सूचना – रवीश कुमार ने आज शाम 6 बजे शोक सभा आयोजित की है। ज़रूर पधारें।”

एक अन्य यूजर ने लिखा कि दिन भर रवीश कुमार इसी बात का विश्लेषण कर रहे हैं कि पंजाब में कैसे भाजपा हार रही है। बता दें कि पंजाब में भाजपा जीत की दौड़ में पहले भी नहीं थी और उसे बस अपना वोट प्रतिशत सुधारना था।

एक अन्य यूजर ने दावा किया कि आजकल ‘भक्त’ लोग एग्जिट पोल पर विश्वास करने की बजाए रवीश कुमार का चेहरा ही देख लेते हैं। लोगों का कहना है कि रवीश के चेहरे के हाव-भाव से पता चल जाता है कि भाजपा चुनाव जीत रही है या फिर हार रही है।

एक यूजर ने लिखा, “सिर्फ महसूस कर सकते हैं आपके दर्द को, मौलाना रवीश कुमार।”

धर्मेंद्र सिन्हा नाम के यूजर ने लिखा, “रवीश कुमार बार बार एक ही लाइन गा रहा है, उत्तर प्रदेश में गिनती बहुत धीमी चल रही है। इसका उद्देश्य एक ही है, आग लगवाना।” बता दें किरवीश कुमार बार-बार इस बात पर जोर दे रहे थे कि मतगणना धीमी चल रही है और अपने रिपोर्टर्स से भी पूछ रहे थे कि मतगणना की स्पीड क्या है।

बता दें कि रवीश कुमार अक्सर अपने भाजपा विरोधी रुख के कारण चर्चा में रहते हैं और इस दौरान वो अजीबोगरीब बातें भी करते हैं। उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश यादव के साथ भी देखा गया था। पिछले चुनाव में उन्हें मायवती के मंच पर पीछे खड़े भी देखा गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया