3 राज्यों के नतीजों से विदेशी मीडिया भी नतमस्तक, माना और मजबूत हुए PM मोदी: ‘अल जजीरा’ को ‘हिन्दू राष्ट्रवाद’ से चिढ़

तीन राज्यों के चुनावों में 'मोदी की गारंटी' का दिखा असर (चित्र साभार: Mint)

भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बहुमत के साथ विजय पाई है। जहाँ मध्य प्रदेश में उसने सत्ता को बचाए रखा है, वहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कॉन्ग्रेस को सत्ता से बेदखल किया है। भाजपा की इस जीत को विदेशी मीडिया संस्थानों में भी खासी कवरेज मिली है।

यूरोपियन मीडिया संस्थानों से लेकर अमेरिकी मीडिया संस्थान, जो कि अधिकांश समय भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को ‘हिन्दू राष्ट्रवादी’ की संज्ञा देते हैं, ने इस बार कुछ रुख बदला है। इस बार मीडिया रिपोर्ट में भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कुछ नरमी दिखी है।

ब्रिटिश मीडिया संस्थान बीबीसी ने भाजपा की तीन राज्यों में जीत पर लिखा है, “राज्य चुनाव परिणाम: तीन राज्यों की जीत ने प्रधानमंत्री मोदी के फिर से चुने जाने को मजबूती दी है।” हालाँकि, बीबीसी का कहना है कि इन चुनावों से 2024 के आम चुनावों में उतना फर्क नहीं पड़ने की संभावना है लेकिन हाँ इससे प्रधानमंत्री मोदी की छवि जरूर मजबूत हुई है। BBC ने इसी वर्ष प्रधानमंत्री मोदी की 2002 में गुजरात दंगों में भूमिका पर एक डाक्यूमेंट्री बनाई थी और प्रोपगैंडा फैलाने का प्रयास किया था।

प्रमुख अमेरिकी मीडिया संस्थान ‘द न्यू यॉर्क टाइम्स’ (NYT) ने लिखा, “राज्यों में बड़ी जीत के साथ मोदी ने भारत में अपना प्रभाव बढ़ाया।” न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि भाजपा ने इन राज्यों में जीत के साथ अपने हिन्दू राष्ट्रवाद के वोटरबेस को मजबूत किया है। इसने जनवरी 2024 में अयोध्या रामलला के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का भी जिक्र किया है।

यूरोप के बड़े प्रकाशन DW ने लिखा, “भारतीय प्रधानमंत्री मोदी की भाजपा ने 3 राज्यों में जीत हासिल की।” इसने भी इन चुनावों के जरिए प्रधानमंत्री मोदी की अगले साल के चुनावों के लिए दावेदारी मजबूत होने की बात की है। इसका कहना है कि भाजपा ने उम्मीदों से अच्छा प्रदर्शन किया है।

अधिकतर समय प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा को हिन्दू राष्ट्रवादी बताने वाले और भारत में मानवाधिकारों का रोना रोने वाले प्रकाशन फाइनेंसियल टाइम्स ने लिखा, “नरेन्द्र मोदी की भाजपा राज्य चुनावों में विजयी।” गौरतलब है कि इस बार ‘फाइनेंसियल टाइम्स’ की भाषा कहीं नरम है और इसमें एक भी बार ‘हिन्दू राष्ट्रवाद’ का जिक्र नहीं है।

हालाँकि, अरब जगत का सबसे बड़ा प्रकाशन ‘अल जज़ीरा‘ अभी भी अपने एजेंडे से चिपटा हुआ है। इसने भाजपा की चुनावी जीत के विषय बताने वाली रिपोर्ट की पहली लाइन में भाजपा को हिन्दू राष्ट्रवादी बताया। इसने फिर से वही मुस्लिमों के खिलाफ बयान आदि का राग भी अपने रिपोर्ट में छेड़ा है। इसके अलावा तुर्की के बड़े मीडिया संस्थान TRT वर्ल्ड ने भी इस बार भाजपा की जीत पर लिखते हुए कॉन्ग्रेस के नेपथ्य में चले जाने की बात की है। TRT वैसे अन्य मीडिया संस्थानों की तरह ही भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर हमले करता आया है लेकिन इस बार उसके स्वर बदल गए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया