‘वो चाहते हैं कि एक-एक हिन्दू महिला उनकी रखैल बने’: YouTube ने हटाया यति नरसिंहानंद सरस्वती का वीडियो

यति नरसिंहानंद गिरी (फाइल फोटो)

वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब (YouTube) का एक बार फिर से हिन्दू विरोधी रवैया सामने आया है। डासना शिव-शक्ति पीठ के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के इंटरव्यू के एक वीडियो को YouTube ने हटा दिया। ये सब इसके बावजूद किया गया, जब कई जगह उनके शब्दों को सावधानी के लिए बीप कर दिया गया था। डासना मंदिर में आसिफ नाम के एक 15 साल के लड़के की पिटाई के बाद वामपंथी मीडिया ने दावा किया था कि वो मंदिर के भीतर पानी पीने गया था।

उक्त वीडियो ‘Dopolitics’ नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ था, जिसे हजारों लोगों ने देखा था। हालाँकि, फेसबुक पर उनके इंटरव्यू का ये वीडियो अभी भी मौजूद है, जिसे साढ़े 9 लाख लोग देख चुके हैं। इस वीडियो में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मुस्लिमों के प्रभाव वाले इलाके में एक मंदिर के होने का दर्द बयाँ किया है और साथ ही ‘पानी पीने के कारण पिटाई होने’ वाले नैरेटिव को ध्वस्त किया है।

महंत ने इस वीडियो में बताया था कि वो उस मीडिया से दूर रहना चाहते हैं, जो उनकी बातें सुन कर उसका उलटा मतलब निकाल कर दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि आज एक 14 साल का मुस्लिम लड़का पिट गया तो दुनिया भर की मीडिया यहाँ आ रही है लेकिन इससे पहले महंतों की हत्याएँ हुईं, उन्हें भगाया गया, 4 बार मंदिर में डकैती हुई और छेड़खानी की कई शिकायतें आईं, तब मीडिया यहाँ सुध लेने नहीं आया।

उन्होंने कहा कि इस मंदिर में महंतों की ऐसी हत्याएँ हुई हैं कि उनकी लाशें तक नहीं मिली। उन्होंने मुस्लिमों पर 16 बीघे का श्मसान कब्जाने का भी आरोप लगाया। महंत सरस्वती ने बताया कि आज़ादी से पहले मंदिर की 250 बीघा जमीन थी, जिसमें से अधिकतर पर कब्जा होने के बावजूद मीडिया नहीं आया। उन्होंने पूछा कि क्या हिन्दुओं के जीवन की कीमत नहीं? उन्होंने कहा कि मीडिया को ‘लव जिहाद’ नहीं दिखाई देती।

इस दौरान उन्होंने श्रीराम कॉलोनी के एक तिवारी जी की कहानी सुनाई, जो उनके मुताबिक पुलिस में थे। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को एक मुस्लिम भगा कर ले गया और वो व्यक्ति आज मसूरी में रह रहा है, लेकिन लड़की का कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी के साथ सोच लीजिए। उन्होंने बसपा विधायक असलम चौधरी के बेटे पर मंदिर में हिन्दू लड़की से बदतमीजी करने व धमकी देने का आरोप लगाया।

उन्होंने क़स्बे में 95% मुस्लिमों के होने के आरोप को दोहराते हुए कहा कि उनकी हत्या के लिए 5000 मुस्लिमों ने पंचायत की थी, जिसमें AIMIM नेता और विधायक तक शामिल थे। उन्होंने अफगानिस्तान और कश्मीर का उदाहरण देते हुए कहा कि मुस्लिम आबादी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एक परिवार में 20-20 बच्चे हैं, जिन्हें पढ़ाया भी नहीं जाता। उन्होंने आशंका जताई कि कहीं हिन्दुओं की अंतिम शरण स्थली उनसे छिन न जाए।

उन्होंने डासना मंदिर का इतिहास बताते हुए कहा कि यहाँ महाकाली की प्राचीनतम प्रतिमाओं में से एक है और महाभारतकाल में यहाँ पांडव भी आए थे। साथ ही जानकारी दी कि इस्लामी आक्रांताओं के कारण माँ की प्रतिमा को तालाब में छिपा दिया गया था। उन्होंने बताया कि एक ऐसा समय था, जब रात को मेले में यहाँ हिन्दू श्रद्धालु नहीं आते थे। परिवार के बारे में बात करते हुए महंत ने बताया कि उनके दादाजी एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने कहा,

“मैं कम्युनिस्ट रूस में पढ़ा हूँ। मस्जिदों/मदरसों से मुझे इस्लाम की जानकारी मिली। कई मुस्लिम दोस्त थे मेरे। इस इलाके में हिन्दू बहू-बेटियों का घर में घुस कर रेप की कोशिश की जाती थी। यहाँ मुस्लिम लड़कों की करतूतों की शिकायत करने पर बड़ी-बड़ी दाढ़ी वाले मौलाना लड़ने आते थे। मैं गणितज्ञ हूँ। 1994 में मैंने एम. टेक कर लिया था। मस्जिदों और मदरसों में मैंने देखा कि मुस्लिम हिन्दुओं की एक-एक बेटी को रखैल बनाना चाहते हैं। वो हिन्दुओं की एक-एक संपत्ति को हथियाना चाहते हैं।”

महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने आगे कहा कि ‘बीप’ के बारे में बोलते हुए पूछा कि जो लोग एक चोर, एक डकैत का अनुसरण करते हैं वो लोग कैसे होंगे? उन्होंने कहा कि उनकी हत्या भी हो जाए तो लोगों को पता चलेगा कि मैं सत्य पर था। उन्होंने ‘जिहादियों के पेरोल’ पर जी रही मीडिया को भी लताड़ा। उन्होंने विश्व धर्म संसद बुला कर इस्लाम के जिहाद पर बात करने की बात कही, जिसमें देश-विदेश के धर्मगुरुओं को बुलाया जाए।

उन्होंने कहा कि अगर 2029 में भारत का प्रधानमंत्री कोई मुस्लिम हुआ तो ये दुनिया भर की एक ऐसी दुर्दांत घटना होगी, जिसके बाद भारत में कोई नॉन-मुस्लिम नहीं बचेगा और ‘इस्लामी भारत’ दुनिया का सबसे बड़ा खतरा होगा। उन्होंने कहा कि देवबंद के दारुल उलूम और तबलीगी जमात के खिलाफ वो लोगों को जागरूक करते रहते हैं। साथ ही दावा किया कि तबलीगी जमात ने 40 देशों को इस्लामी बना दिया।

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महंत यति ने कहा कि एक भी मुस्लिम देश किसी एक भी शरणार्थी को बसने नहीं देते हैं, जिसके बाद वो वहाँ बस जाते हैं जहाँ मुस्लिम नहीं हो। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं भाईचारे के कॉन्सेप्ट में भाई वो रहे और चारा हम हो गए। उन्होंने कहा कि संविधान भी उनकी हरकतों पर लगाम नहीं लगा सकता। बकौल यति नरसिंहानंद सरस्वती, देश में मुस्लिमों की जनसंख्या 40 करोड़ हो गई है क्योंकि उन्होंने आँकड़े छिपाए हैं।

उन्होंने कहा, “हिन्दुओं के बड़े-बड़े घरों में बुजुर्ग रह रहे हैं क्योंकि बच्चे विदेश चले गए, जबकि मुस्लिमों के घर में सोने के लिए भी जगह नहीं है। उनका लक्ष्य है कि वो दुनिया भर के 500 करोड़ काफिरों का क़त्ल करेंगे। मैं माँ और महादेव का भक्त हूँ, लेकिन मैं गीता को मानता हूँ। भगवद्गीता में कहा गया है कि जिसके मन में संशय है, उसका विनाश निश्चित है। गुरु तेगबहादुर मेरे आदर्श हैं, जिन्होंने धर्म के लिए शीश कटा दिया।”

उधर आसिफ को पीटने के मामले में गिरफ़्तारी के बाद जमानत पर बाहर आए श्रृंगी यादव ने बताया कि उन्होंने उस लड़के को शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल में पेशाब करते हुए देखा था। साथ ही इस तथ्य को दोहराया कि अगर उसे पानी पीना होता तो वो मंदिर के बाहर कई चापाकल और नल हैं, उनमें से पी लेता। उन्होंने कहा कि आसिफ के साथ एक और लड़का था, जो अपनी पैंट की चेन खोल कर गलत हरकतें कर रहा था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया