जम्मू-कश्मीर मेंअनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने के बाद से घाटी में मौजूद आतंकवादियों का सम्पर्क उनके पाकिस्तान स्थित आकाओं से टूट गया है। ऐसा होने से अब आतंकवादियों को किसी भी तरह का निर्देश नहीं मिल पा रहा है। यह जानकारी भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने सोमवार को चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दी।
उन्होंने कहा कि बालाकोट को पाकिस्तान ने हाल ही में फिर से शुरू कर दिया है। इससे पता चलता है कि बालाकोट प्रभावित हुआ था। वह क्षतिग्रस्त और नष्ट हुआ था। इसलिए लोग वहाँ से चले गए थे और अब वह फिर से सक्रिय हो गया है।
इस कार्यक्रम में पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए सीजफायर का उल्लंघन करता है, लेकिन हमें पता है कि उससे कैसे डील करना है। हमारे जवानों को पता है कि ऐसी परिस्थियों से कैसे निपटना है।
उन्होंने कहा कि क़रीब 500 घुसपैठिए भारत में घुसने की फिराक में हैं। किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए जवान उच्चतम स्तर के अलर्ट पर हैं। विपिन रावत ने कहा, “मुझे लगता है कि कुछ तत्वों द्वारा इस्लाम की व्याख्या इस तरह की जा रही है, जैसे लगता है कि वे व्यवधान पैदा करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि हमारे पास प्रचारक हैं जो इस्लाम के सही अर्थ को बता सकते हैं।”
सेनाध्यक्ष ने सरहद पर जारी तनाव के संदर्भ में कहा कि हमारी उत्तर-पश्चिम की सीमाओं पर तनाव की स्थिति है। उन्होंने कहा कि हर देश को अपनी सीमाओं को सुरक्षित करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि देश में किसी भी तरह से घुसपैठ न होने पाए। पाकिस्तान का नाम लिए बिना सेनाध्यक्ष ने कहा कि हमारा पश्चिमी पड़ोसी राज्य प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा है।
ग़ौरतलब है कि पुलवामा में आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। भारतीय वायु सेना की इस एयरस्ट्राइक में जैश के ट्रेनिंग कैम्प ध्वस्त हो गए थे। वायु सेना की रिपोर्ट के अनुसार बालाकोट में उनके 80% निशाने सही लगे।