POK असल में टेररिस्ट ओकुपाइड कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान समेत पूरा POK हमारा: सेना प्रमुख

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत( The Hind

भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज (25 अक्टूबर, 2019 को) पाकिस्तान के कश्मीर पर दावे की धज्जियाँ उड़ाते हुए दावा किया है कि अपने कब्जे वाले POK तक पर भी उसका खुद नियंत्रण नहीं है; वह तो जिहादी आतंकियों के कब्जे में है। जनरल रावत सेना के कमांडरों की एक कॉन्फ़्रेंस में भाषण दे रहे थे जब उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर के जिन इलाकों पर अवैध कब्ज़ा कर लिया है, वे खुद उसके प्रशासन या कंट्रोल से नहीं चलते। “पीओके असल में पाकिस्तान का आतंकवादियों के नियंत्रण में चलने वाला हिस्सा है।” रावत ने कहा।

उन्होंने जम्मू कश्मीर की अखंडता और पूरे भूभाग पर भारत के अधिकार पर भी अपने भाषण में जोर देते हुए इस बात को रेखांकित किया। “जब हम जम्मू-कश्मीर की बात करते हैं, तो पूरे जम्मू कश्मीर में पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान भी आते हैं। यानि पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान एक ओकुपाइड क्षेत्र बन जाते हैं- ऐसे क्षेत्र जिन पर हमारे पश्चिमी पड़ोसी ने अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है।” जनरल रावत फील्ड मार्शल के एम् करियप्पा मेमोरियल लेक्चर में बोल रहे थे

https://twitter.com/ANI/status/1187704323138097153?ref_src=twsrc%5Etfw

उन्होंने संविधान के विवादित अनुच्छेद 370 की भी बात करते हुए कहा कि इसे एक अस्थायी प्रावधान के रूप में लाया गया था। “जब आर्टिकल 370 को प्रस्तावित करते समय इसमें ‘अस्थायी’ शब्द था तो इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं हुई थी… ऐसे में अचानक से पाकिस्तान ने क्यों अनुच्छेद 370 के मुद्दे को तूल देना शुरू कर दिया है?”

“ऐसा इसलिए है क्योंकि पाकिस्तान जिस ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा किए बैठा है, उस पर उसका खुद का ही नियंत्रण नहीं है; वो आतंकियों से कंट्रोल होती है। पीओके असल में एक आतंकियों द्वारा नियंत्रित देश या पाकिस्तान के भीतर का आतंकियों द्वारा नियंत्रित हिस्सा है।” सेना प्रमुख ने कहा। उन्होंने पाकिस्तान पर कश्मीर में हालातों के सामान्य होने में रुकावट डालने का भी आरोप लगाया। इसी में उन्होंने कई सारे सेब व्यापर से जुड़े लोगों की हत्याओं का भी ज़िक्र किया।

उन्होंने कई अन्य मुद्दों पर भी अपने भाषण में बात की। सैनिकों के हथियारों के बारे में उन्होंने कहा कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ राइफलें सिग सॉइर (Sig Sauer) इसी साल के अंत तक भारत को मिलने लगेंगी

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया