हैदराबाद पुलिस ने तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। तीन आतंकी फरार हैं। ये आतंकी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहे थे। भीड़-भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड फेंक कर सांप्रदायिक तनाव भड़काने की जिम्मेदारी इन्हें दी गई थी।
गिरफ्तार आतंकियों की पहचान अब्दुल जाहिद, माज हसन फारुख और मोहम्मद समीउद्दीन के तौर पर हुई है। इनकी गिरफ्तारी रविवार (2 अक्टूबर 2022) को हुई। अब्दुल जाहिद पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। उसका संबंध लश्कर-ए-तैय्यबा से बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि ज़ाहिद को 4 ग्रेनेड दिए गए हैं। वह हैदराबाद में आतंकी हमले की तैयारी कर रहा है। पुलिस को जाहिद के साथियों के बारे में भी इनपुट मिले थे। जाहिद पर पूर्व में भी एक सार्वजनिक समारोह में ग्रेनेड फेंकने का आरोप है। लिहाजा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मलकपेट इलाके की घेराबंदी की और तीन आतंकियों को धर दबोचा।
हैदराबाद पुलिस के मुताबिक जाहिद पाकिस्तानी आकाओं से निर्देश ले रहा था। वह हैदराबाद में कट्टरपंथ का प्रसार कर स्थानीय युवाओं की भर्ती में भी लगा था। जाहिद साल 2002 में हैदराबाद के दिलसुख नगर स्थित साईबाबा मंदिर, मुंबई के घाटकोपर बम विस्फोट, 2005 में मुंबई टास्क फोर्स ऑफिस और हैदराबाद के बेगमपेट में हमले में भी शामिल रहा है। उसने साल 2004 में सिकंदराबाद के गणेश मंदिर के पास भी विस्फोट करने की कोशिश की थी।
जाहिद के साथ गिरफ्तार हुए आतंकी माज हसन और समीउद्दीन भी हैदराबाद के ही निवासी हैं। मोहम्मद समीउद्दीन व्यापारी है। जाहिद ने बताया कि उसने ही इन दोनों की भर्ती की थी। पुलिस को अब इस आतंकी नेटवर्क से जुड़े सिद्दीकी बिन उस्मान उर्फ रफीक उर्फ अबू हमजाला, अब्दुल मजीद उर्फ छोटू, फरहतुल्ला गोरी उर्फ एफजी की तलाश है।
पुलिस ने गिरफ्तार आतंकियों के पास से 4 हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं। इनके पास से करीब 5.40 लाख रुपए कैश भी मिले हैं। साथ ही 5 मोबाइल फोन और एक बाइक भी बरामद की गई है।