कैमरा, लिफाफा और 2 लोग: इधर राष्ट्रपति पहुँचे-उधर ब्लास्ट, बड़ी वारदात का ट्रायल तो नहीं इजरायली दूतावास धमाका

इजरायल के दूतावास के बाहर दिल्ली में ब्लास्ट (फोटो साभार: आज तक)

लुटियंस दिल्ली में शुक्रवार (जनवरी 29, 2021) की शाम को इजरायल के दूतावास के बाहर हुए बम विस्फोट के बाद पूरी दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है। खासकर एयरपोर्ट्स और सरकारी इमारतों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पेवमेंट के निकट हाई-सिक्योरिटी जोन में हुए इस धमाके में आसपास खड़ी गाड़ियों के शीशे फूट गए थे। CISF (केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) ने महत्वपूर्ण स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है।

मुंबई में इजरायल के काउंसलेट जनरल का दफ्तर स्थित है। वहाँ भी सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि दूतावास के सभी कर्मचारी एवं अधिकारी सुरक्षित हैं। इजरायल इसे आतंकी हरकत के रूप में देख रहा है। भारत के केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने इजरायली समकक्ष गाबी अश्केनजी से बात की और उन्हें दूतावास व वहाँ स्थित लोगों की पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि भारत ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर स्पेशल सेल को जाँच की जिम्मेदारी सौंप दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर निकलने वाले थे, लेकिन उन्होंने इसे रद्द कर के शुक्रवार देर रात तक बैठकें कर स्थिति का जायजा लिया। अब तक IB, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच, NSG की टीम और NIA घटनास्थल का दौरा कर चुकी है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में इस धमाके में किसी के हताहत न होने पर राहत की साँस लेने की बात करते हुए कहा कि एजेंसियाँ इसके बारे में और कुछ पता लगा रही है। घटना के समय यहाँ से कुछ ही दूरी पर राजपथ पर स्थित एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी चल रही थी। एक गमले में डाले गए IED को सड़क पर रख दिया गया, जिसे धमाके का कारण माना जा रहा है।

वहाँ से कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या बैटरी वगैरह नहीं मिली है। घटना के तुरंत बाद अग्निशमन विभाग वहाँ पहुँच गया। कुछ कारों के शीशे टूट गए। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 29 वर्ष पूरे होने के मौके पर हुई इस घटना पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें भारत पर पूरा भरोसा है और वो जानते हैं कि यहाँ की सुरक्षा एजेंसियाँ इजरायलियों व यहूदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

NSA अजीत डोभाल ने भी इजरायल के अपने समकक्ष मेर बेन-शब्बत से बातचीत की और और उन्हें पूरे घटनाक्रम को लेकर जानकारी दी। फ़िलहाल किसी आतंकी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पुलिस को घटनास्थल से एक लिफाफा ज़रूर मिला है, जिसमें इजरायली दूतावास को लेकर कुछ लिखा है। 3 सीसीटीवी फुटेज खँगाले जाने के बाद कुछ सुराग हाथ आए हैं। धमाके का समय जानबूझ कर 5:05 चुना गया, क्योंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तभी विजय चौक पहुँचे थे।

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बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में पहुँचे राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना के आलोक में जिलों के जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने जिलों के प्रमुख स्थानों, धार्मिक स्थलों और अन्य संवेदनशील स्थलों पर सतर्क दृष्टि बनाए रखें।

CCTV फुटेज में एक कैब से दो लोग वहाँ उतरते दिख रहे हैं, लेकिन अभी उनके रोल के बारे में पता नहीं चला है। ANI के सूत्रों का कहना है कि इस विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया था। अगर इसकी जगह RDX होता तो दुष्प्रभाव अधिक हो सकता था। हालाँकि, दिल्ली पुलिस शुरुआती जाँच में इसे सनसनी के लिए की गई हरकत मान रही है। घटनास्थल पर एक कैमरा भी मिला, जिसमें 1970 के टाइमस्टाम्प है।

पुलिस को उस कैमरे के अस्पष्ट फुटेज से अभी तक कुछ पता नहीं चला है। वहीं ये भी माना जा रहा है कि ये घटना किसी बड़ी वारदात के लिए किया गया ट्रायल हो सकता है। 9 साल पहले 13 फरवरी 2012 को ऐसा ही एक धमाका इजरायली दूतावास के पास हुआ था। आतंकियों ने दूतावास अधिकारी को निशाना बनाने के लिए उनकी कार में विस्फोटक फिट किए गए थे। हालाँकि, वह हमले में बच गई थीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया