जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने की बौखलाहट में पाकिस्तान ‘एक बड़े हमले’ की साजिश रच रहा है। सियालकोट-जम्मू-राजस्थान का इलाका उसके निशाने पर है। साजिश को अंजाम देने के लिए उसने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी सरगना मौलाना मसूद अजहर को गुपचुप तरीके से जेल से रिहा कर दिया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने राजस्थान के पास सीमा पर अतिरिक्त पाकिस्तानी सैनिकों की तैनाती के बारे में सरकार को सचेत किया है। बताया जा रहा है कि आर्टिकल 370 हटाए जाने की भनक नहीं लगने से पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई पर कार्रवाई करने का बहुत ज्यादा दबाव है। यह एजेंसी के इतिहास की सबसे बड़ी विफलता मानी जा रही है।
https://twitter.com/OpIndia_com/status/1170921018782863360?ref_src=twsrc%5Etfwअधिकारियों के मुताबिक आईबी के इनपुट से जम्मू और राजस्थान सेक्टरों से संबंधित सीमा सुरक्षा बलों और सेना को अवगत करा दिया गया है। उन्हें पाकिस्तान आर्मी और आतंकियों के किसी भी सरप्राइज गतिविधि से अलर्ट रहने को कहा गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के ‘किसी भी हद तक जाने की’ धमकियों के बीच यह खबर सामने आई है। 7 सितंबर को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने भी बताया था कि करीब 230 आतंकी सीमा पर घुसपैठ की फिराक में हैं। उन्होंने कहा था कि सेना पाकिस्तान के नापाक मंसूबों से कश्मीरियों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है।
https://twitter.com/SwarajyaMag/status/1170914518874017792?ref_src=twsrc%5Etfwआईबी इनपुट के मुताबिक अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए पाकिस्तान ने चुपचाप अजहर को रिहा कर दिया है ताकि वह अन्य आतंकी संगठनों के साथ मिलकर इसे अंजाम दे सके। पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले के बाद उसे हिरासत में लेने की खबरें सामने आई थी। जैश के इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जवाब में भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के शिविर को एयरस्ट्राइक से तबाह कर दिया था।
https://twitter.com/TimesNow/status/1170919710356934657?ref_src=twsrc%5Etfw2016 के पठानकोट एयरबेस पर हमले सहित भारत में कई आतंकी हमलों में अजहर वांछित है। वह उन चार आतंकियों में शामिल है जिन्हें चार सितंबर को नए यूएपीए कानून के तहत आतंकी घोषित किया गया है।