सफेद कुर्ता-पायजामा, चेहरे पर नकाब, गोलियाँ बरसाई-कुल्हाड़ी से भी किए वार: बठिंडा आर्मी कैंप में फायरिंग करने वाले नकाबपोश कौन, कहाँ गायब हो गए

बठिंडा छावनी (साभार: एबीपी न्यूज)

पंजाब के बठिंडा छावनी में बुधवार (12 अप्रैल 2023) को तड़के हुई गोलीबारी में चार जवानों की मौत हो गई। एशिया की सबसे बड़ी सैन्य छावनी में हमल को लेकर पुलिस ने FIR दर्ज की है। एफआईआर (FIR) में कहा गया है कि चार जवान ड्यूटी के बाद अपने कमरे में सो रहे थे। उसी दौरान सफेद कुर्ता-पजामा पहने दो नकाबपोश आए और उन पर गोलियाँ बरसा दीं।

बठिंडा छावनी में जवानों की हत्या करने वाले एक शख्स को आर्मी ने हिरासत में ले लिया है। सेना उससे पूछताछ कर रही है। वहीं, सेना की टुकड़ी फरार दूसरे शख्स की तलाश कर रही है। अधिकारियों की तरफ से अभी हमलावरों की पहचान जाहिर नहीं की गई है। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दो लोगों को हिरासत में लेने की बात कही जा रही है।

मिलिट्री स्टेशन की मेस में बुधवार तड़के 4.35 बजे आए एक हमलावर के दाहिने हाथ में INSAS रायफल थी और दूसरे हमलावर के हाथ में कुल्हाड़ी होने की बात कही जा रही है। फायरिंग के बाद दोनों हमलावरों को मेस के पीछे से जंगल में जाते हुए देखा गया था। कहा जा रहा है कि अंधेरे का लाभ उठाकर हमलावर भागने में सफल रहे थे।

पकड़े गए जवान ने बताया है कि वे दो लोग सादे कपड़ों में थे। उन्होंने इंसास राइफल से सोए हुए 4 जवानों पर 19 गोलियाँ बरसाकर उनकी हत्या कर दी थी। सेना ने मौके से इंसास (INSAS) रायफल के अलावा गोलियों के 19 खोखे भी बरामद किए हैं।

इस हमले में जिन लोगों की जान गई है, वे हैं- गनर सागर, गनर कमलेश, गनर योगेश कुमार और गनर संतोष। इन सबकी उम्र 25 से 30 साल के बीच है और ये सभी 80 मीडियम रेजिमेंट से ताल्लुक रखते थे। ड्यूटी खत्म होने के बाद ये जवान मेस के पास स्टाफ के रुकने के लिए बनी बैरक में सो रहे थे। इसी दौरान इन्हें गोलियाँ मार दी गईं।

इस इंसास रायफल से इन जवानों को गोली मारी गई है, वह 9 अप्रैल 2023 को गुम हुई थी। इसके साथ ही 28 गोलियाँ भी चोरी कर ली गई थीं। यह रायफल लान्स नायक मूपदी हरीश के नाम पर 31 मार्च 2023 को अलॉट की थी। पंजाब पुलिस ने मेजर आशुतोष के बयान पर हत्या और आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है।

सेना ने कहा कि बठिंडा कैंप में सर्च टीम ने मैगजीन के साथ INSAS रायफल बरामद की है। सेना को मौके से गोलियों के 19 खोखे भी बरामद हुए हैं। सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें और अधिक जानकारी दिलाने के लिए हथियार को फोरेंसिक जाँच के लिए भेजेगी। इस मामले में पंजाब पुलिस के साथ मिलकर सेना जाँच कर रही है।

इसका मतलब कि चार जवानों को हमलावरों ने 19 गोलियाँ मारी हैं। इस घटना पर थलसेना अध्यक्ष मनोज पांडे खुद निगाह रखे हुए हैं। उन्होंने हर छोटी से छोटी जानकारी ली और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष उसकी ब्रीफिंग की। उन्होंने हर एक घटना की जानकारी दी।

बता दें कि बठिंडा छावनी एशिया की सबसे बड़ी सैन्य छावनी है। इसकी बाउंड्री करीब 45 किलोमीटर की है। बठिंडा का एम्युनिशन डिपो देश के सबसे बड़े डिपो में से एक है। यह शहर से भी लगी हुई है। पहले यह छावनी शहर से कुछ दूर थी, लेकिन शहर फैलने के साथ ही यह रिहायशी इलाके से सट गई है।

बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा है कि रक्षा प्रतिष्ठान द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस समय किसी आतंकी खतरे का संदेह नहीं है। SSP खुराना ने कहा, “प्रारंभिक जानकारी में कहा गया है कि सेना के कुछ लोगों ने एक-दूसरे पर अंधाधुन गोलियाँ चलाई है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया