उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एटीएस ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है। एटीएस ने रविवार (11 जुलाई) को अलकायदा से जुड़े दो आतंकियों को पकड़ा है। यूपी पुलिस ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद से जुड़े 2 आतंकवादियों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से आधुनिक असलहे और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। इन आतंकियों के नाम मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर और मिनहाज अहमद हैं।
https://twitter.com/Uppolice/status/1414189129454153730?ref_src=twsrc%5Etfwपुलिस ने बताया कि आतंकवादी संगठन अलकायदा के एक सदस्य उमर हलमंडी को भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के निर्देश दिए गए थे। उमर हलमंडी पाकिस्तान/अफगानिस्तान बॉर्डर से आतंकवादी गातिविधियों को संचालित करता था।
https://twitter.com/ANINewsUP/status/1414192719648329730?ref_src=twsrc%5Etfwउन्होंने बताया कि उमर हलमंडी भारत में AQIS संगठन में सदस्यों की भर्ती और उन्हें रेडिक्लाइज करने का काम कर रहा है। इसके तहत हलमंडी ने कुछ जेहादी लोगों को लखनऊ में नियुक्त कर अलकायदा के माड्यूल को खड़ा किया है। यह माड्यूल अन्सार गजवातुल हिंद (AGH) जो अलकायदा का ही अंग है, उसके अंतर्गत आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए तैयार किया गया है।
मिनहाज, मशीरुद्दीन व शकील का नाम भी सामने आया
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि माड्यूल के प्रमुख सदस्यों में मिनहाज, मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर व शकील का नाम सामने आया है। ये सभी उमर हलमंडी के निर्देश पर अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर 15 अगस्त से पहले मानव बम बनकर यूपी के लखनऊ समेत देश के विभिन्न शहरों में महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के तैयारी कर रहे थे।
यूपी पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज के मुताबिक, इस घटना को अंजाम देने में दुबग्गा के रहने वाले मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन निवासी सीतापुर रोड मोहिबुल्लापुर की अहम भूमिका रही है। इन दोनों के घर पर दबिश देने पर पुलिस को भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ मिले हैं। IED को BDDS की टीम की मदद से निष्क्रिय कराया जा रहा है। एटीएस द्वारा दोनों अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस आतंकवादी गिरोह में लखनऊ, कानुपर के इनके अन्य साथी भी शामिल हैं।
अन्य टीमों के द्वारा इन आतंकवादियों के अन्य सहयोगियों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस के मुताबिक, प्रेशर कुकर बम (IED) एवं अवैध असलहों को उपलब्ध कराने वाले अन्य लोगों के बारे में पूछताछ कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि अलकायदा के स्लीपर सेल्स को लगातार यूपी से पकड़ा जाता रहा है। इन्हें पकड़ने मे दिल्ली पुलिस समेत तमाम एजेंसियाँ शामिल रहती हैं। करीब तीन साल पहले इसी इलाके में सैफुल्लाह एनकाउंटर हुआ था। 8 मार्च 2017 को करीब 11 घंटे चले ऑपरेशन में संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह को मारा गया था। उसके पास से कुछ हथियार और दस्तावेज बरामद होने की बात कही थी। बाद में इस एनकाउंटर के मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश दिए गए थे।