‘लादेन की मेजबानी और भारतीय संसद पर हमला कराने वाला देश UN में उपदेशक बन रहा है’: पाकिस्तान को जयशंकर ने दिया करारा जवाब, चीन को भी खरी-खरी

एस. जयशंकर और बिलावल भुट्टो (फोटो साभार: जी न्यूज)

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) को एक बार लताड़ा है। दरअसल, पाकिस्तान ने यूएन में फिर से कश्मीर का राग अलापा था। इस पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जारदारी को करारा जवाब दिया।

बिलावल ने बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। इसलिए विश्व व्यवस्था, शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा परिषद कश्मीर मुद्दे पर अपने प्रस्तावों को लागू करे।

पाकिस्तान के इस कश्मीर राग से भारत भड़क गया। भारत की ओर से विदेश मंत्री जयशंकर ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो देश आतंकी संगठन अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करता है और अपने पड़ोसी देश की संसद पर हमला करवा सकता है, उसे यूएन में ‘उपदेशक’ बनने की कोई जरूरत नहीं है। 

विदेश मंत्री जयशंकर ने 2001 में हुए संसद हमले को याद करते हुए, “18 साल पहले 13 दिसंबर को पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने दिल्ली में संसद पर हमला किया था। आतंकियों की इस फायरिंग में नौ लोगों की मौत हुई थी।”

इस दौरान विदेश मंत्री ने चीन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ दुनिया मिलकर आतंकवाद का मुकाबला कर रही है, वहीं इन गतिविधियों की साजिश रचने और उसे अंजाम देने वालों बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों का दुरुपयोग किया जा रहा है और उसे उचित ठहराने की कोशिश की जा रही है।

विदेश मंत्री जयशंकर ने ऐसा कहकर चीन की तरफ इशारा किया था। बता दें कि पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के लिए भारत और अमेरिका कई बार यूनएन में प्रस्ताव ला चुके हैं। वहीँ, चीन इन प्रस्तावों पर अड़ंगा डालकर पाकिस्तान का पक्ष लेता रहा रहा है।

जयशंकर ने बुधवार (14 दिसंबर 2022) को यूएन में बोलते हुए कहा, “संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता इस समय की प्रमुख चुनौतियों पर हमारी प्रभावी प्रतिक्रिया पर निर्भर करती है, फिर चाहे वह महामारी हो, जलवायु परिवर्तन हो या आतंकवाद की।” उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में संशोधन का भी मुद्दा उठाया।

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया था। हिना ने कहा था कि पाकिस्तान में जारी आतंकी गतिविधियों में भारत शामिल है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया