केरल में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और भारतीय नौसेना के ज्वाइंट ऑपरेशन के जरिए ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी नागरिक को सोमवार (15 मई, 2023) को कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपित के पास से शनिवार (13 मई, 2023) को 2525 किलोग्राम मेथामफेटामाइन ड्रग्स बरामद किया गया था, जिसकी कीमत करीब 15 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है।
NCB के उप महानिदेशक संजय कुमार सिंह ने सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी को लेकर कहा, “एनसीबी और नौसेना ने हिंद महासागर में एक सफल ऑपरेशन किया। इतने मूल्य की ड्रग्स देश में इससे पहले कभी नहीं पकड़ी गई। मार्केट में इतने ड्रग्स की कीमत लगभग 15 हजार करोड़ रुपए है। यह ईरान के चाबहार बंदरगाह से लाया जा रहा था और इसका स्रोत पाकिस्तान है।”
अधिकारी ने बताया, “मदर शिप को समुद्र में अलग-अलग जगहों पर तैनात किया गया, जिसके जरिए ये खेप बरामद की गई। ये खेप भारत, श्रीलंका और मालदीव के लिए थी। एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। हमने फरवरी 2022 में ऑपरेशन ‘समुद्र गुप्त’ शुरू किया था। उस ऑपरेशन के तहत हमने लगभग 4000 किलोग्राम विभिन्न ड्रग्स जब्त किए हैं।”
मालूम हो कि मदर शिप बड़े समुद्र में जाने वाले जहाज है। बड़ी मात्रा में मादक पदार्थों को ले जाने के लिए इन जहाजों का इस्तेमाल किया जाता है। एनसीबी टीम ने ये कार्रवाई करने के लिए पहले जानकारी जुटाई फिर उसे भारतीय नौसेना के साथ साझा की। एक भारतीय नौसेना जहाज को आसपास के क्षेत्र में तैनात किया गया था। इस इनपुट के आधार पर नेवी ने समुद्र में जा रहे एक बड़े जहाज को इंटरसेप्ट किया था। जहाज से मेथामफेटामाइन की 134 बोरियाँ बरामद की गई थीं।
बरामद की गई बोरियों, पाकिस्तानी नागरिक, पकड़ी गई नाव और मुख्य जहाज से बचाई गई कुछ अन्य वस्तुओं को 13 मई को मट्टनचेरी घाट, कोच्चि लाया गया और आगे की कार्रवाई के लिए NCB को सौंप दिया गया।
बता दें कि हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री मार्ग पर हेरोइन और अन्य ड्रग्स की समुद्री तस्करी से राष्ट्रीय सुरक्षा को होने वाले खतरे के मद्देनजर, जनवरी 2022 में एनसीबी के उप महानिदेशक (ओपीएस) संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में ऑपरेशन ‘समुद्र गुप्त‘ लॉन्च किया था।