‘भारत में होता तो कहते टेस्ट क्रिकेट को ख़त्म कर रहे’: दूसरे ही दिन ख़त्म हो गया ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका का मैच, गाबा के पिच को लेकर छिड़ी बहस

दो दिन में खत्म हुआ ऑस्ट्रेलिया-अफ्रीका गाबा टेस्ट (फोटो, साभार: India Tv)

टेस्ट क्रिकेट की घटती लोकप्रियता को लेकर लंबे समय से बहस छिड़ी हुई है। इस बीच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका (AUSvsSA) के बीच ब्रिस्बेन के गाबा (Gabba Test) में हुए टेस्ट मैच के दूसरे दिन खत्म होने के बाद दिग्गज क्रिकेटर से लेकर फैंस तक निराश नजर आ रहे हैं।

दरअसल, मेजबान ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच शनिवार (17 दिसंबर 2022) को शुरू हुआ था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अफ्रीका को 6 विकेट से हरा दिया है। कायदे से यह मैच बुधवार (21 दिसंबर 2022) तक चलना चाहिए था। हालाँकि, यदि गेंदबाज बेहतरीन प्रदर्शन करते तो मैच चौथे दिन भी खत्म हो सकता था। लेकिन, मैच में दूसरे दिन का खेल भी पूरी तरह से नहीं हुआ और परिणाम सामने आ गया।

मैच शुरू होने से पहले सामने आई पिच रिपोर्ट्स और फोटोज को देखने के बाद सोशल मीडिया में इस बात की चर्चा हो रही थी कि गाबा टेस्ट में गेंदबाजों का बोलबाला रहेगा और हुआ भी यही। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीकी टीम महज 152 रनों पर ही सिमट गई थी। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पहली पारी में 218 रन बनाए थे। पहली पारी के आधार पर कंगारू टीम को 66 रनों की बढ़त हासिल हुई थी।

हालाँकि, इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी अफ्रीका अपनी दूसरी पारी में महज 99 रनों पर ही ऑल आउट हो गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को 34 रनों का लक्ष्य मिला था। ऑस्ट्रेलिया ने इस लक्ष्य को हासिल करने में अपने 4 विकेट गंवा दिए। इसमें भी दिलचस्प बात यह रही कि इन 34 रनों में 19 रन एक्सट्रा थे।

इस प्रकार 5 दिन चलने वाला टेस्ट मैच 2 दिन से पहले ही समाप्त हो गया। इस मैच में, 142 ओवरों का खेल हुआ और इसमें दोनों पारियों को मिलाकर कुल 34 विकेट गिरे। इसमें से, 30 विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए। गाबा टेस्ट में खराब विकेट (पिच) के लिए पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग समेत कई दिग्गज क्रिकेटरों और फैंस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

वीरेंद्र सहवाग ने ऑस्ट्रेलिया को लताड़ लगाते हुए कहा है कि यदि भारत में ऐसा हुआ होता तो कहा जाता टेस्ट क्रिकेट खत्म हो गया है। सहवाग ने ट्वीट किया, “142 ओवर और 2 दिन भी नहीं चला। ये लोग किस तरह की पिच होने चाहिए, इस पर ज्ञान देने में आगे रहते हैं। अगर यह भारत में हुआ होता, तो इसे टेस्ट क्रिकेट का अंत, टेस्ट क्रिकेट को बर्बाद हो गया और न जाने क्या-क्या कहा जाता। भयंकर हिपोक्रेसी है।”

यही नहीं, सहवाग ने इंस्टाग्राम में ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के बीच हुए इस मैच का स्कोरकार्ड पोस्ट करते हुए लिखा, “त्वाडा कुत्ता टॉमी, साडा कुत्ता कुत्ता। हिप्पोक्रेसी की भी सीमा होती है।”

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने मीम शेयर करते हुए ट्वीट किया, “यदि उपमहाद्वीप में कोई टेस्ट 2 दिनों में समाप्त हो जाता, तो प्रतिक्रिया बिल्कुल अलग होती।” दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच के बाद रावलपिंडी की पिच को ICC ने डीमेरिट प्वाइंट दिया गया था।

दिनेश कार्तिक ने ट्वीट कर कहा, “दो दिनों से भी कम समय में 34 विकेट, ऐसा लगता है जैसे टेस्ट क्रिकेट स्टेरॉयड पर हो।”

पत्रकार तरुण सिंह वर्मा ने ट्वीट कर कहा, “गाबा में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच दो दिन में 145 ओवर के अंदर ही खत्म हो गया। हरी पिच पर दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन की हर कोई तारीफ करेगा। लेकिन, अगले साल जब ऑस्ट्रेलिया भारत आएगा, तो वे यहां के स्पिन ट्रैक को कोसना शुरू कर देंगे।”

पार्थ नारोदिया नामक ट्विटर यूजर ने कहा, “दो दिन में टेस्ट मैच खत्म हुआ। चूँकि ये ऑस्ट्रेलिया का ऐतिहासिक गाबा मैदान है इसलिए पिच खराब नहीं, बॉलर फ्रेंडली थी और ऐसी पिच बैट और बॉल के बीच संतुलन बनाए रखती है। गोरे लोगों का दोगलापन।”

सचिन देसाई नामके ट्विटर यूजर ने मीम शेयर करते हुए ट्वीट किया, “ये भेदभाव क्यों?”

एक अन्य यूजर स्वप्निल वर्मा ने गाबा में भारत द्वारा ऑस्ट्रेलिया को हराने की बात को याद करते हुए ट्वीट कर कहा, “गाबा में ऑस्ट्रेलिया को हराना हर किसी के बस की बात नहीं। दक्षिण अफ्रीका की हालत देख लीजिए।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया