‘संघी, कु%^#… साँप’ : बजरंग पूनिया की इंस्टा स्टोरी में ‘बजरंग बली’ को देख भड़के वामपंथी-इस्लामी कट्टरपंथी, पहलवान ने डिलीट किया पोस्ट

बजरंग दल का समर्थन करने पर बजरंग पूनिया का विरोध

जंतर-मंतर पर बैठकर WFI चीफ बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की माँग करने वाले पहलवान बजरंग पूनिया से रविवार (7 मई 2023) को वामपंथी-कट्टरपंथी नाराज हो गए। दरअसल, 7 मई 2023 को पूनिया ने इंस्टा स्टोरी पर बजरंग दल के समर्थन में ‘हनुममान जी’ की फोटो लगाई थी। इस फोटो के नीचे लिखा था- “मैं बजरंगी हूँ। बजरंग दल का समर्थन करता हूँ। जय श्रीराम।”

यही फोटो देखने के बाद वामपंथी-कट्टरपंथी गिरोह के कई लोग उनपर भड़क गए। उन्हें ‘धर्मांध’ कहा जाने लगा। उनकी स्टोरी के स्क्रीनशॉट शेयर कर करके लिखा जाने लगा कि वह लोग जिसे सपोर्ट कर रहे हैं, वह बजरंग दल का समर्थक है। बजरंग पूनिया को एक पोस्ट के चलते इतना ट्रोल किया गया कि बाद में उन्होंने अपनी स्टोरी डिलीट कर दी।

बता दें कि बजरंग पूनिया जंतर-मंतर पर बैठे उन नामी पहलवानों में से एक हैं जो इस समसय बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं। उनके प्रदर्शन को आम आदमी पार्टी से लेकर कॉन्ग्रेसियों का समर्थन मिला हुआ है। इस बीच पूनिया का एक पोस्ट देखते ही सब बिदक गए। बड़े-बड़े ट्विटर अकॉउंट ने उन्हें इस स्टोरी लगाने पर पाठ पढ़ाया।

रेडियो मिर्ची आरजे सायमा ने कहा, “सच में! तुमको सच में निर्णय लेना होगा बजरंग पूनिया कि तुम ऐसा मारकाट वाला समाज चाहते हो या फिर शांति वाला।”

शिरीन खान ने तो बजरंग पूनिया के लिए लिखा- ऐसे सांपों को समर्थन देने वालों को भी शर्म आनी चाहिए।

डॉ निमो यादव ने लिखा कि भले ही बजरंग पूनिया ने अपने इंस्टा से इस स्टोरी को हटा दिया है लेकिन उन्हें सामने आकर माफी माँगनी चाहिए। निमो यादव ने लोगों से अपील की कि जब बजरंग पूनिया के हैशटैग में बिलकुल भी उसका साथ न दें।

इतना ही नहीं निमो यादव के ट्वीट में कहा गया, “बजरंग पूनिया अपने आकाओं को खुश करने के लिए 2020 से पहले सांप्रदायिक पोस्ट करता था। 2 दिन पहले आकर रोने लगा कि भाजपा सांसद ने यौन उत्पीड़न किया। आज वो फिर बजरंग दल की फोटो लगा रहा है और भाजपा समर्थित पोस्ट शेयर कर रहा है। मैंने पहले ही कहा था एक धर्मांध, हमेशा धर्मांध रहता है।”

मोहम्मद आसिफ ने बजरंग पूनिया का पुराने ट्वीट दिखाया जो साल 2020 में किया गया था। इसमें लिखा है- “एक कुत्ता भी एक दिन रोटी खाकर आपका वफादारा बन जाता है लेकिन कुछ इंसान देश का अनाज जन्म से खा सके हैं फिर भी वफादार नहीं हो पाए।”

मोहम्मद आसिफ ने पुराने ट्वीट दिखाते हुए कहा, “ये सारे ट्वीट उनके लिए हैं जो जंतर-मंतर पर बैठे संघी पहलवानों को समर्थन कर रहे हैं।”

उल्लेखनीय है कि बजरंग पूनिया का यह पोस्ट कर्नाटक में कॉन्ग्रेस के घोषणा पत्र जारी होने के बाद ‘बजरंग दल’ के समर्थन में आया था। लेकिन जैसे ही वामपंथी-कट्टरपंथी इसका विरोध करने लगे तो इसे हटा लिया गया। अब ये लोग कह रहे हैं कि बजरंग पूनिया के पोस्ट डिलीट करने से काम नहीं चलेगा उन्हें इस पर माफी भी माँगनी चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया