कृषि कानून को लेकर चल रहे किसान आंदोलन की वजह से आम जनता को आने जाने में असुविधा हो रही है, वहीं किसान इन विरोध स्थलों पर अपने खाली समय का आनंद ले रहे हैं। पहले तथाकथित प्रदर्शनकारी विरोध स्थलों पर मसाज पार्लरों और जिम के साथ अपने विरोध को आगे बढ़ा रहे थे। वहीं अब इन ‘किसानों’ ने सार्वजनिक सड़कों को पिकनिक स्पॉट में बदल दिया है। जहाँ तथाकथित प्रदर्शनकारियों को पिज्जा बना कर बाँटा जा रहा है।
पत्रकार सबा नकवी ने शुक्रवार को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें यह देखा जा सकता है कि किस तरह ‘किसान‘ विरोध स्थल पर पिज्जा बनाते और उसे तथाकथित प्रदर्शनकारियों में मुफ्त बाँटकर अपने समय का आनंद उठा रहे हैं। जिसपर सबा नकवी ने इसे ‘पिज़्ज़ा लंगर’ कहते हुए प्रदर्शनकारियों की सराहना की है।
https://twitter.com/_sabanaqvi/status/1337459372499238912?ref_src=twsrc%5Etfwदेखते ही देखते सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में आप देख सकते है कि हरियाणा-दिल्ली सीमा पर स्थित विरोध स्थल पर प्रदर्शनकारी एक पिज्जा स्टाल पर इंतजार कर रहे थे। सोशल मीडिया पर यह सब देखकर इस बात की भी चर्चा है कि आखिर ये चाहते क्या हैं?
गौरतलब है वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया यूजर को अचंभे में डाल दिया। नेटिज़ेंस ने आश्चर्यचकित हो कर सवाल किया कि क्या इन कथित किसानों के विरोध प्रदर्शनों का आयोजन कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी शिकायतों के लिए किया गया था या ऐसी पार्टियों के माध्यम से अपने खाली समय का आनंद उठाने के लिए।
https://twitter.com/Dhruv_Sanghi_/status/1337395986553921537?ref_src=twsrc%5Etfwवहीं एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने पूछा कि क्या किसानों ने विरोध प्रदर्शन को पिकनिक स्पॉट में बदल दिया है?
https://twitter.com/dharmicverangna/status/1337567405543833600?ref_src=twsrc%5Etfwदूसरी ओर आर्ची नाम की यूजर ने कहा कि पहले प्रदर्शनकारियों ने भीड़ को आकर्षित करने के लिए काजू और किशमिश वितरित किए, अब विरोध स्थल पर कथित किसानों को पिज्जा खिला रहे हैं। यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि आयोजक भीड़ को बनाए रखने और अधिक प्रदर्शनकारियों को आकर्षित करने के लिए यह सब कर रहे। देखो इनका अगला कदम अब क्या होता है।
https://twitter.com/archersaggi/status/1337271991716306945?ref_src=twsrc%5Etfw https://twitter.com/ExSecular/status/1337583429576093696?ref_src=twsrc%5Etfwउनमें से कुछ ने इन तथाकथित किसानों के विरोध प्रदर्शनों को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की। श्री सिन्हा नाम के यूजर ने कहा कि गुंडों और खालिस्तान के हमदर्द विरोध के नाम पर सड़कों को ब्लॉक करके पिज्जा और फुट मसाज का आनंद ले रहे हैं, जबकि आम लोग लंबे ट्रैफिक जाम के कारण परेशान हैं।
https://twitter.com/MrSinha_/status/1337607629904994305?ref_src=twsrc%5Etfwकुछ नेटिज़ेंस ने यह भी उल्लेख किया कि किसान विरोध शाहीन बाग सीएए के विरोध की तुलना में बहुत खतरनाक साजिश की तरह दिखाई देता है। जिसकी आड़ में हिंदू विरोधी दिल्ली दंगे हुए थे।
https://twitter.com/Ashwinkiing/status/1337504398335827970?ref_src=twsrc%5Etfwफ्री पिज्जा के अलावा प्रदर्शनकारियों ने सिंघू सीमा पर ‘जिम का लंगर’ भी स्थापित किया है। ताकि किसान के साथ एकजुटता दिखाने पहुँचे खिलाड़ी और अन्य प्रदर्शनकारी भी जिम का इस्तेमाल कर सके। बता दें भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान मंगत सिंह और पावरलिफ्टर अमन हौथी ने विरोध स्थल पर जिम स्थापित किए हैं।
https://twitter.com/Iam_Ayushmann/status/1337313742598488064?ref_src=twsrc%5Etfwबता दें इससे पहले हमनें रिपोर्ट किया था, खालसा ऐड इंडिया ने सिंघू सीमा पर प्रदर्शनकारियों के लिए मसाज सेंटर स्थापित किया था। खालसा ऐड इंडिया ने विरोध प्रदर्शन के लिए अधिक भीड़ को आकर्षित करने के प्रयास में किसानों को मालिश प्रदान करने के लिए इन विरोध स्थल पर स्टॉल भी खोले थे। बता दें खालसा ऐड खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का ही एक संगठन है।
किसानों का विरोध स्थल आए दिन पार्टी स्पॉट के रूप में बदलता नजर आ रहा है, जोकि शाहीन बाग में सीएए के विरोध प्रदर्शन की याद दिलाता है। उस दौरान इस्लामवादियों, वामपंथी प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के नाम पर सार्वजनिक सड़कों पर कब्जा कर लिया था और उन्होंने भी विरोध स्थल को पिकनिक स्थल में बदल दिया था।
किसान प्रदर्शन में आंदोलन के नाम पर पिकनिक मनाने जुटे इन लोगों के लिए बादाम, किशमिश, फाइव स्टार लंगर और पिज्जा से लेकर मसाज तक की सुविधा किसी 5 स्टार होटल की सुविधा से कम नहीं है। प्रदर्शनकारियों के लिए वाटर फ्रूफ टेंट में कंबल, गद्दे के साथ गीजर और जिम की सुविधा भी है। अब ऐसे में सवाल तो उठने लाजमी है कि आखिर ये सुविधा उपलब्ध कराने के पीछे असली मंशा क्या है?