द केरल स्टोरी पर चतुराई शबाना आजमी को पड़ी भारी: नेटिजन्स ने समझाया बॉयकाट और बैन का फर्क, इस्लाम परस्तों ने जाहिल तक बता डाला

'द केरल स्टोरी' पर चतुराई शबाना आजमी को पड़ी भारी (फोटो साभार: India Today)

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने लव जिहाद पर बनी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) पर बैन लगा दिया है। तमिलनाडु के मल्टीप्लेक्स में फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी है। वहीं, स्व-घोषित उदारवादी और इस्लामवादी लगातार फिल्म के बैन की माँग कर रहे हैं। इसी बीच बॉलीवुड अभिनेत्री शबाना आजमी (Shabana Azmi) ने सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी फिल्म पर बैन लगाने की माँग करने वालों को गलत ठहराया है।

उन्होंने सोमवार (8 मई 2023) को ट्वीट किया, “जो लोग ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने की बात करते हैं, वे उतने ही गलत हैं, जितने कि वे लोग जो आमिर खान की ‘लाल सिंह चड्ढा’ पर बैन लगाना चाहते थे। एक बार किसी फिल्म को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल जाता है तो फिर किसी भी दूसरे कॉन्स्टिट्यूशन अथॉरिटी का कोई रोल नहीं रह जाता।”

शबाना आजमी ने अपने ट्वीट में भले ही ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने की माँग करने वालों को गलत ठहराया हो, लेकिन इस​के जरिए उन्होंने बेहद चतुराई से उन लोगों पर निशाना साधा है, जिन्होंने आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ (Laal Singh Chaddha) का बॉयकाट किया।

शबाना आजमी को इस चतुराई पर नेटिज़न्स ने जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा कि हॉलीवुड की रीमेक ‘लाल सिंह चड्ढा’ पर कभी किसी ने बैन लगाने की बात नहीं की थी। कई लोगों ने बॉलीवुड और उसके ए-लिस्टर्स की हिंदू विरोधी मानसिकता के कारण फिल्म का बॉयकाट करने का आह्वान किया था। बॉयकाट या बहिष्कार का मतलब, बैन नहीं होता है। बैन का अर्थ फिल्म को दिखाने पर रोक लगाना है। वहीं, बहिष्कार का आह्वान विरोध जताने का एक वैध जरिया है, जहाँ लोग अपनी स्वेच्छा से फिल्म देखने नहीं जाते हैं, जिसकी स्क्रीनिंग की जा रही है।

शबाना आजमी के ट्वीट को लेकर कई लोगों ने बैन और बॉयकाट का अर्थ स्पष्ट किया। एक यूजर ने लिखा, “शबाना जी, आपने सही कहा है कि जब किसी फिल्म को सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से सर्टिफिकेट मिल जाता है तो उस फिल्म पर, प्रतिबंध लगाने की माँग करना सही नहीं है। लेकिन आपको बस यह बताना था कि ‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने की माँग की जा रही है, जबकि ‘लाल सिंह चड्ढा’ के कभी भी बैन की बात नहीं की गई।”

इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी इस चतुराई भरी अज्ञानता पर शबाना आजमी को घेरा।

इसके बाद शबाना आजमी ने मंगलवार (9 मई 2023) को एक न्यूज का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें ‘लाल सिंह चड्ढा’ पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक जनहित याचिका दायर करने का जिक्र किया गया है। इस तरह उन्होंने अपनी गलती को सही ठहराने का प्रयास किया।

भले ही यह एक जनहित याचिका थी, लेकिन लाल सिंह चड्ढा पर प्रतिबंध को लेकर वैसी कोई सक्रियता नहीं दिखी थी जैसा द केरल स्टोरी को लेकर दिख रहा है।

वैसे हिंदू नेटिजन्स ने शबाना आजमी को उत्तर देते हुए उनके ट्वीट की तथ्यात्मक त्रुटि से अवगत कराया। लेकिन इस्लाम परस्तो ने उनको उत्तर देने में कोई विनम्रता नहीं दिखाई। AltNews के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा की माँ निर्झरी सिन्हा ने दावा किया कि ‘द केरल स्टोरी’ एक प्रोपेगेंडा फिल्म है। उसने बैन को सही ठहराया है। ध्यान रहे कि AltNews इस्लामवादियों के पक्ष में माहौल बनाने और उनकी हिंसा को क्लीनचिट देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाता रहा है।

इसी तरह इरेना अकबर नाम की यूजर्स ने तो शबाना आजमी को ‘जाहिल और बेईमान’ तक कह दिया।

बता दें कि ‘द केरल स्टोरी’ के क्रू मेंबर के साथ-साथ प्रशंसकों को भी धमकियाँ मिल रही हैं। पुणे में इस फिल्म को देखने के लिए लोगों को फ्री राइड देने का एलान करने वाले ऑटो ड्राइवर साधु मगर को भी जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं। साधु ने पुलिस में देश-विदेश के कुछ अनजान नंबरों की शिकायत देते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया