CIA की नकल कर साथियों से बातें करता था ISIS का आतंकी शाहनवाज, मालदीव की महिला हैंडलर के भी था संपर्क में
आईएसआईएस के आतंकी इस तकनीकी के दम पर बिना कोई मैसेज इंटरनेट के माध्यम से भेजे कम्युनिकेशन (संवाद) स्थापित करते थे।
आईएसआईएस के आतंकी इस तकनीकी के दम पर बिना कोई मैसेज इंटरनेट के माध्यम से भेजे कम्युनिकेशन (संवाद) स्थापित करते थे।
मालदीव में भले लोग छुट्टियाँ मनाने जा रहे हों, लेकिन हिंद महासागर में स्थित यह देश इस्लामी आतंकवाद का भी गढ़ है।
आतंकी शाहनवाज ने स्वीकार किया है कि गोधरा का बदला लेने के लिए आईएसआईएस के निर्देश पर उसने गुजरात के कई शहरों की रेकी की थी।
संविधान में परिवर्तन होने पर मुस्लिमों को जागना होगा। जिहाद मेरे खूब में है। कुर्बानी से नहीं डरेंगे। लादेन और बुरहान वानी मेरे आदर्श हैं।
टेरर नेटवर्क में शामिल लोग उसे 'अमीर' कहते थे, और वो कट्टरपंथी युवाओं को आतंकी हमलों में शामिल होने के तैयार करता था। खिलाफत की दिलाता था शपथ।
ISIS से लिंक के कारण इस 'आतंकी' का दो बार यूके ने पासपोर्ट रद्द किया था। बावजूद इसके ये यूके में दाखिल हुआ था।
एनआईए का कहना है कि इस्लामिक स्टेट के साथ रिश्ते रखने वाले 6 आरोपित युवाओं को भारत विरोधी काम करने के लिए लुभाने की कोशिश कर रहे थे।
पुणे से शाहनवाज भागने में सफल रहा। इस दौरान ISIS हैंडलर ने ISI के एजेंट और भगोड़े आतंकवादी गोरी से शाहनवाज का कनेक्शन बनवाया। दिल्ली को दहलाने की थी साजिश।
एनआईए की चार्जशीट में पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल के सात सदस्यों की जानकारी दी गई है, जो काफिरों पर हमले की योजना बना रहे थे।
साल 2020 के दिल्ली दंगों में शरजील इमाम के साथियों की कड़ियाँ कुछ ऐसे जुड़ी हैं कि आईएसआईएस का लिंक पूरी तरह से बेनकाब हो गया है।