85 वर्षीय COVID+ RSS स्वयंसेवक ने दूसरे के लिए छोड़ा हॉस्पिटल में अपना बेड: जान देकर भी कायम रखी सेवा की मिसाल
"मैं अब 85 वर्ष का हो चुका हूँ, मैंने अपना जीवन जी लिया है। आपको मेरे बदले इस आदमी को बेड ऑफर करना चाहिए, क्योंकि उसके बच्चों को उसकी जरूरत…