स्वामी विवेकानंद से मिलने जब पैदल ही चल पड़े थे महात्मा गाँधी… देशभक्ति में हजार गुणा वृद्धि का दिया था श्रेय
''स्वामी विवेकानंद के कार्यों को पढ़ने के बाद, देश के लिए मेरी देशभक्ति में हजार गुणा वृद्धि हुई।'' - महात्मा गाँधी ने यह तब कहा था जब...
''स्वामी विवेकानंद के कार्यों को पढ़ने के बाद, देश के लिए मेरी देशभक्ति में हजार गुणा वृद्धि हुई।'' - महात्मा गाँधी ने यह तब कहा था जब...
2019 में शिवसेना ने सामना में अपने संपादकीय में नाथूराम गोडसे को महान देशभक्त और सदा अखंड भारत के लिए के लिए लड़ने वाला कहा था।
'मन की बात' में अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि हमारे देश कई अनसंग हीरोज हैं, जिन्होंने साधारण परिस्थितियों में असाधारण कार्य किए हैं।
नेहरू ने सार्वजनिक रूप से अधिकारियों के सामने सरदार पटेल को बेइज्जत किया। पटेल ने इसे 17 अक्टूबर 1950 को राजगोपालाचारी के साथ साझा किया।
सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस अपने पिता की इंडिया गेट पर होलोग्राम प्रतिमा स्थापित किए जाने पर खुश हैं। उन्होंने इसे स्वागत योग्य बताया।
सुभाष चंद्र बोस के भतीजे अर्धेंदु बोस ने कहा, "गाँधी के शांति आंदोलन के कारण नहीं, नेताजी और आजाद हिंद फौज के कराण भारत को स्वतंत्रता मिली।"
नेताजी की बेटी अनीता बोस के मुताबिक, नेताजी सुभाषचंद्र बोस का एकमात्र उद्देश्य देश को आजाद कराना था। इसीलिए वो हिटलर और मुसोलिनी से मिले थे।
महात्मा गाँधी को दिल्ली में मुस्लिमों की चिंता थी, हिन्दू-सिख शरणार्थियों की नहीं। उन्होंने अपना अंतिम अनशन भी मुस्लिमों और पाकिस्तान के लिए किया।
पुणे पुलिस की एक टीम बुधवार (5 जनवरी 2022) को रायपुर सेंट्रल जेल से कालीचरण महाराज को लेकर महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गई है।
तरुण मुरारी बापू ने कहा था कि जो देश के टुकड़े कर दे, वो राष्ट्रपिता कैसे हो सकता है। देश का विभाजन तो गाँधी की आँखों के सामने हुआ।