मस्जिद में अरबी पढ़ने जाता था मासूम, कमरे में ले जा कर किया था कुकर्म: राजस्थान में मौलवी नसीम को उम्रकैद की सज़ा, जज ने कविता पढ़ कर प्रकट किए भाव
न्यायाधीश दीपक दुबे ने कहा, "मेरे नन्हे-मुन्ने मासूम फरिश्ते। तुम निर्दोष व निष्पाप हो। तुम्हारी मुस्कान ही सारा जहान है। तुम्हारी सूरत में अल्लाह का नूर बसता है।"