जिस घर को मेहनत से बनाया, वो आज वीरान पड़ा है… जोशीमठ से पलायन करने वालों को भगवान का आसरा, कह रहे – बगीचे-खेत सब पीछे छूट गए, पता न कहाँ जाएँगे
कई लोग रात में प्रशासन द्वारा बनाए गए शिविर में रहती हैं और दिन में वापस अपने घर आ जाते हैं। घर छोड़ना है, सामान भी शिफ्ट करना है। कह…